जहां एक तरफ भारत और चीन के बीच गतिरोध तेजी से बढ़ता जा रहा है तो वहूीं दूसरी तरफ चीन और अमेरिका के बीच युद्ध जैसी स्थिति बन आयी है। अमेरिका चीन के द्वारा फैलाए गये कोरोना से सबसे सबसे ज्यादा परेशान है। ऊपर से चीन जिस तरह से पड़ोसी मुल्कों पर दबदबा बनाकर सुपर पावर बनने की कोशिश कर रहा है। उसे देखते हुए अमेरिका ने बड़ा फैसला किया है। अमेरिका ने बड़ा एलान करते हुए चीन के नेताओं पर बैन लगा दिया है।
विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने इस कदम की घोषणा करते हुए कहा कि वह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश को लागू कर रहे हैं। पोम्पिओ ने कहा, ‘आज मैं सीसीपी के मौजूदा और पूर्व अधिकारियों पर वीजा प्रतिबंधों की घोषणा करता हूं। इनके बारे में माना गया है कि इन्होंने 1984 चीन-ब्रिटेन संयुक्त घोषणा पत्र में गारंटी प्रदान की गयी हांगकांग की उच्च स्तर की स्वायत्तता को दबाया या मानवाधिकारों और बुनियादी स्वतंत्रता को कमतर किया या ऐसा करने में इनकी मिलीभगत है।’
उन्होंने कहा कि इन अधिकारियों के परिवार के सदस्य भी इसी तरह के प्रतिबंध का सामना कर सकते हैं।
कोरोना वायरस महमारी के प्रकोप के बाद से अमेरिका-चीन संबंध खराब हो गए हैं। इस महामारी की शुरुआत चीन से हुई थी और अमेरिका इससे बुरी तरह से प्रभावित है।
अमेरिका के इस फैसले के बाद चीन में हड़कंप मच गया है। चीनी अधिकारियों को अब अमेरिका जाने की इजाजत नहीं मिलेगी। चीन को लगता है कि आने वाले समय में अमेरिका कोई और कार्रवाई कर सकती है।
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अमेरिका की तरफ से उठाया गया ये कदम चीन को भारी पड़ सकता है। इसके साथ ही चीन भी अमेरिका को झटका देते हुए कुछ कदम उठा सकता है।