नई दिल्ली। राजस्थान भारत का एक ऐसा राज्य है जो कि विरासत के रुप में देखा जाता है। राजस्थान में कई ऐसी जगह हैं जो टूरिस्टों की पहली पसंद है और जहां काफी मात्रा में लोग घूमने आते है इसी को बढ़ाने के लिए केंद्रीय पर्यटन विभाग राजस्थान के आमेर को आइकोनिक टूरिज्म सेंटर के रूप में विकसित करने के लिए करीब 200 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रस्ताव तैयार किया है।
बता दे कि केंद्र सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गुलाबी नगर का प्रमुख पर्यटक स्थल आमेर को आइकोनिक सिटी के रूप में विकसित करने के लिए आमेर के आस-पास कई ऐसी सुविधाओं की व्यवस्था संचालित करने पर जोर दिया है जिसमें आमेर महल के आसपास पर्यटक सुविधा पार्किंग, होटल से जुड़ी चीजे मौजूद होंगी। वाहनों को देखते हुए पर्यटकों के लिए ई-रिक्शा भी चालू होंगे। पिछले वर्ष राजस्थान में 46 लाख पर्यटक आए जिनमें से सर्वाधिक पर्यटक आमेर महल को देखने पहुंचे।
ताजमहल को देखने के बाद सर्वाधिक पर्यटकों की पसन्द आमेर महल है। इसको केंद्र सरकार आइकोनिक टूरिज्म के रूप में विकसित करने जा रही है।इससे क्षेत्र का समग्र विकास और ग्रामीणों के लिए रोजगार के साधन बढ़ेंगे। पूनिया ने कहा कि नाहरगढ़ वन्य अभयारण्य व हाथी गांव के बाद यह बड़ा उल्लेखनीय कार्य केंद्र सरकार की पहल पर होगा।
बता दे कि आमेर अब जयपुर की पहचान बन चुका है जो कि एक उपनगर है जिसे मीणा राजा आलन सिंह ने बसाया था। यहाँ का प्रसिद्ध दुर्ग आज भी ऐतिहासिक फिल्मों के निर्माताओं को शूटिंग के लिए आमंत्रित करता है। आमेर में मौजूद मंदिर तथा किले राजपूती कला का उदाहरण पेश करते हैं। आमेर में कई ऐसी जगह है जो भारत को विरासत के रुप में पेश करता हैं।