- भारत खबर || नई दिल्ली
कोरोना संक्रमण देश में इस तरह से अपनी पकड़ बनाता जा रहा है कि मानो इससे निजात पाना असंभव ही दिखाई दे रहा है। देश में अब तक लाखों लोगों की COVID-19 संक्रमण से मौत हो चुकी है। अधिक मात्रा में लोग इस संक्रमण से अब भी जूझ रहे हैं। दिन प्रतिदिन संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या में बढ़ोतरी होती जा रही है। इसी के साथ साथ इस संक्रमण के खतरे से मरने वाले लोगों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। इसी से मिलती-जुलती एक दिल्ली की खबर सामने आई है।
सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि सैकड़ों संक्रमित लोगों की सहायता करने वाले व उन्हें समय पर अस्पताल पहुंचाने वाले और इस संक्रमण में मारे गए लोगों का दाह संस्कार कराने वाले एंबुलेंस चालक की कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर गंभीर मौत हुई।
बताते चलें कि यह एंबुलेंस चालक दिल्ली के सीलमपुर इलाके का रहने वाला था। सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि यह एंबुलेंस चालक पिछले 7 महीने से अपने परिवार की और अपनी चिंता किए बिना संक्रमित लोगों की मदद कर रहा था। बताते चलें कि एंबुलेंस चालक ने पिछले 7 महीने में लगभग 200 से ज्यादा COVID-19 संक्रमित मरीजों को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया और लगभग 2 से अधिक शवों के दाह संस्कार के लिए उन्हें शमशान पहुंचाया।
पिछले 7 महीने से यह कोरोना वॉरियर्स की तरह संक्रमण से लड़कर अपना कार्य कर रहा था। लेकिन COVID-19 संक्रमण में ही इस कोरोना वरियर्स की जान ले ली। सूचना के मुताबिक पता चला है कि यह एंबुलेंस चालक बीते 25 साल से शहीद भगत सिंह सेवा दल के साथ जुड़ा हुआ था। जो फ्री में एंबुलेंस की सेवा मुहैया कराता था। शहीद भगत सिंह सेवा दल के संस्थापक जितेंद्र सिंह शंटी ने एंबुलेंस चालक की बड़ी प्रशंसा की और कहा कि, यह जाति दल की भावना पर विश्वास ना रखकर निस्वार्थ मन से COVID-19 संक्रमित लोगों की सेवा कर रहा था। बताते चलें कि एंबुलेंस चालक का दाह संस्कार शहीद भगत सिंह सेवा दल के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह शंटी ने अपने हाथों से किया। मैं उसका दाह संस्कार करने के बाद उसकी भारी प्रशंसा की उन्होंने कहा कि यह संक्रमित लोगों की सेवा करने के लिए 24 घंटे तत्पर रहता था। इसने आधी रात को भी संक्रमित हो की सेवा के लिए अपनी ड्यूटी जारी रखी।
बताते चलें कि एंबुलेंस चालक की तबीयत कुछ दिनों से बिगड़ी हुई लग रही थी तो उन्होंने अपना COVID-19 कोरोना चैकप कराया। जिसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। परिजनों के मुताबिक जिस दिन उन्हें अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया। उसी दिन उनका निधन हो गया था। बताते चलें कि यह एंबुलेंस चालक अपने परिवार का लालन पालन करने वाला इकलौता सदस्य था। एंबुलेंस चालक की मृत्यु पर शहीद भगत सिंह सेवा दल के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह शंटी ने सरकार से उनके परिवार को एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता देने की मांग की।