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जानिए हर साल क्यों बढ़ता है भगवान शिव का लिंग, धरती पर मौजूद इस शिव मंदिर के सामने बड़े-बड़े वैज्ञानिकों ने टेक दिए घुटनें..

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आपने धरती पर मौजूद ऐसे कई रहस्य देखें होंगे जिनके बारे में बड़े-बड़े बुद्धिजीवियों का ज्ञान धरा का धरा रह जाता है। लेकिन आज जो रहस्य हम आपको बताने जा रहे हैं। उसे जानकर आपका सिर न घुम जाए तो कहना।

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वैसे तो पूरी धरती ही रहस्यों से भरी पड़ी है। लेकिन जब बात भारत की होती है तो यकीनन हर किसी के मन में जानने की उत्सुकता बढ़ जाती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि, भारत के मंदिरों में जितने रहस्य छिपे हैं। वो शायद ही आपको दुनिया के किसी हिस्से में देखने को मिलेंगे।

चलिए देवों के देव महादेव कहे जाने वाले भगवान शिव के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं। जहां पर हर साल शिवलिंग बढ़ जाता है।

मध्य प्रदेश में मौजूद खजुराहो न केवल हजारों साल पुराने मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहां प्रचलित अनेक मिथकों और कहानियों के लिए जाना जाता है।

यहां के मंदिर इतने भव्य और विशाल हैं कि इन्हें देखने के बाद हैरानी होती है, इन्हें निर्मित करने में कितनी कठिनाई हुई होगी।

इन मंदिरों का निर्माण चंदेल वंश के राजाओं ने करवाया था। लेकिन यहां बने 85 मंदिरों में से आज करीब 25 मंदिर ही मौजूद हैं।
कहते हैं कि ये मंदिर केवल आराधना के उद्देश्य से ही नहीं बनवाए गए थे। लेकिन इन मंदिरों में एक मतंगेश्वर मंदिर का निर्माण पूजा-पाठ के मकसद से एक किया गया था। यहां आज भी नियम से पूजा-अर्चना होती है।

यहां शिव की पूजा मतंगेश्वर नाम से की जाती है। यहां के लोगों की मान्यता है कि खजुराहो ही वह स्थान है, जहां भगवान शिव का विवाह देवी पार्वती के साथ संपन्न हुआ था। मतंगेश्वर का एक अर्थ प्रेम का देवता भी होता है।

खजुराहो का मतंगेश्वर मंदिर करीब 1100 वर्ष पुराना है। मंदिर के अंदर शिवलिंग 8 फिट 4 इंच ऊंचा, जमीन के अंदर भी इतनी गहराई पर है, एक मीटर से अधिक व्यास का स्थापित है।

महाशिवरात्रि पर्व पर शिव-पार्वती विवाह आयोजित होता है। यहां शिव बारात 105 वर्ष से निकाली जाता है।इस बार शिवरात्रि के दिन करीब 50 हजार श्रद्धालुओं ने आकर भगवान मतंगेश्वर के दर्शन कर जल चढ़ाया।

इस मंदिर को लेकर सदियों से एक मान्यता ये भी है कि, इस मंदिर में मौजूद शिवलिंग की ऊंचाई हर पूर्णिमा को एक तिल के बराबर बढ़ती थी, भक्तों ने आराधना की तो बढ़ना रुक गया।

इस रहस्य के बारे में आज तक कोई नहीं जान सका है। इलाके में मौजूद लोग आज भी कहते हैं कि, शिवलिंग आज भी बढ़ता है।

इतना ही नहीं शिवलिंग के बारे में कहा जाता है कि यह शिवलिंग जितना जमीन से उपर दिखाई देता है, उससे ज्यादा यह जमीन में दबा है।

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इस मंदिर में किसी भी तरह की कोई भी अश्लील मूर्ति मौजूद नहीं है। लोगों का मनाना है की भगवान शिव ने मां पार्वती के साथ यहां विवाह रचाया था।

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