चंडीगढ़।एक तरफ पीएम मोदी पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में देश के 232 उद्यामियों को सम्मानित कर रहे थे तो दूसरी तरफ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह अपनी पूर्व घोषणा के अनुसार चिट्टा रावण जलाकर अपना विरोध जाता रहे थे। कांग्रेस ने दशहरे से एक दिन पूर्व भी लुधियाना में चिट्टा रावण जलाया था। इस घटना के बाद प्रदेश में सियासत खासा ही गर्म हो रही थी। इस मुद्दे पर दशहरे से एक दिन पहले कांग्रेसी और अकाली वर्करों के बीच जमकर झड़पें हुई थीं।
इसके बाद कांग्रेस के जिला प्रमुख समेत छह कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज किया गया था। जिसका विरोध करते हुए कांग्रेस के नेता मुख्यमंत्री के सरकारी आवास के समक्ष अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए थे। अन्तत: शनिवार को पंजाब सरकार लुधियाना एडीसीपी का तबादला करना पड़ा था जिसके बाद यह धरना खत्म हुआ था। धरना खत्म करने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पूरे राज्य में चिट्टा रावण फूंकने का एलान किया था।
इसी क्रम में कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुवाई में चंडीगढ़ रोड स्थित वर्धमान मिल के सामने 22 फीट ऊंचे इस रावण का दहन किया गया। इस रावण में सीएम, डिप्टी सीएम और मजीठिया की तस्वीर लगाई गई थी।