निर्मल उप्रेती, संवाददाता
उत्तराखंड में हर वर्ष आग और मानव वन्य जीव संघर्ष की घटनाएं होती है । जिससे काफी नुकसान होता है जिसकी क्षतिपूर्ति वन विभाग द्वारा नहीं हो पाती है । अब इससे निपटने के लिये सरकार ने वन्य जीव एवम दावाग्नि की घटनाओ प्राकृतिक आपदा की श्रेणी में रखा गया है । ताकि लोगों को इसका मुवाजा मिल सके ।
अल्मोड़ा पहुंचे प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी ने चारांे जनपदो के अधिकारियों, एवम समाजिक संगठनों से वार्ता की , साथ ही वन विभाग के कार्यों की समीक्षा की इस दौरान बताया कि, अल्मोड़ा बागेश्वर पिथौरागड़ में वन्य जीव संघर्ष की अधिक घटनाओ ग्राफ़ बढ़ रहा है । इस पर रोकथाम और निपटने के लिये वन विभाग द्वारा इसकी समीक्षा की गईसाथ उन्होंने कहा कि हर जॉन में इको पर्यटन के लिये वन विभाग एक मॉडल तैयार करेगा ।