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अल्मोड़ा: भगवान के दर्शन कर की नए साल की शुरूआत, मंदिरों के बाहर लगी भक्तों की लंबी लाइनें

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Nirmal अल्मोड़ा: भगवान के दर्शन कर की नए साल की शुरूआत, मंदिरों के बाहर लगी भक्तों की लंबी लाइनें निर्मल उप्रेती, संवाददाता

नए साल को लेकर अल्मोड़ा पहुँचे देशभर के पर्यटकों ने आज मंदिर में भगवान के दर्शन कर नए साल की शुरुआत की।
अल्मोड़ा जनपद के विश्वप्रसिद्ध जागेश्वर मंदिर में आज सुबह से ही भारी संख्या में श्रद्धालुओं का तांता लगा है। नए साल को लेकर पहुँचे पर्यटक आज शिव के धाम जागेश्वर में पूजा पाठ कर अपनी साल की शुरुआत कर रहे हैं।

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श्रदालुओं का कहना है कि वह नव वर्ष को लेकर अल्मोड़ा पहुँचे हुए थे। आज जागेश्वर मंदिर पहुँचकर उन्होंने भगवान शिव के मंदिर में पहंुचकर पूजा पाठ की और नया साल शुभ हो , यह वर्ष उनके लिए अच्छा रहे इसकी कामना की है।

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दिल्ली , मुंबई, गुजरात, महाराष्ट्र समेत विभिन्न राज्यो से पहुँचे पर्यटक आज सुबह से दर्शनों के लिए जागेश्वर मंदिर में पहुच रहे हैं।

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जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर देवदार के घने जंगलों के बीच शांति और अलौकिक शक्ति का अहसास कराता जागेश्वर मंदिर समूह सबसे बड़ा मंदिर समूह है। जागेश्वर मंदिर में 125 छोटे बड़े मंदिरों का समूह है।

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जागेश्वर मंदिर समूह अपनी वास्तुकला के लिए देश-विदेश में विख्यात है. जिसकी भव्यता देखते ही बनती है।

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पौराणिक मान्यताओं के अनुसार जागेश्वर धाम भगवान शिव की तपोस्थली रही है। मान्यता है कि यहां महामृत्युंजय जाप करने से मृत्यु तुल्य कष्ट टल जाते हैं। लेकिन मंदिरों के निर्माण को कई सटीक इतिहास कहीं दर्ज नहीं है।

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बताया जाता है इन मंदिरों का जीर्णोद्धार का कार्य 7वीं और 14 वीं शताब्दी में कत्यूरी शासकों ने किया था। उससे पहले यह मंदिर बद्रीनाथ शैली के बने काष्ट शैली के थे।

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