निर्मल उप्रेती, संवाददाता, अल्मोड़ा
कोरोना काल में लाखों लोग बेरोजगार हुए हैं। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण तब मिला जब अल्मोड़ा जनपद में कोरोना की दूसरी लहर से प्रभावित होकर करीब 17 हजार 5 सौ प्रवासी बेरोजगार होकर लौटे। ऐसे में जिला प्रशासन ने प्रवासी युवाओं को रोजगार से जोड़ने की कवायद शुरू कर दी है।
जिला प्रशासन कार्रवाई में जुटा
दिल्ली, यूपी और अन्य प्रदेशों से वापस अपने घरों को लौटे प्रवासियों में से बड़ी संख्या में प्रवासियों ने मनरेगा और मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत स्वरोजगार के लिए आवेदन किया है। जिसको लेकर जिला प्रशासन कार्रवाई में जुट गया है।
निगरानी समिति का गठन
वहीं कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए विकासखंड स्तर पर ग्राम पंचायत अधिकारियों को करीब आधा दर्जन ग्राम पंचायतों का प्रभारी बनाया गया है। कोविड संबंधी गतिविधियों के लिए दवाओं और होम आईसोलेशन किट के वितरण के लिए ग्राम निगरानी समिति का गठन किया गया है।
ग्राम पंचायत अधिकारियों को ग्राम सभाओं का प्रभारी बनाया
मुख्य विकास अधिकारी नवनीत पांडे ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रो में कोविड से निपटने के लिए ग्राम पंचायत अधिकारियों को 5 से 7 ग्राम सभाओं का प्रभारी बनाया गया है। उनकी जिम्मेदारी में ही ग्राम निगरानी समिति द्वारा होम आइसोलेशन किट समेत आइवरमैकटीन की दवाइयां वितरित कर रही जी। साथ ही बाहर से आ रहे प्रवासियों का डेटा भी उनके द्वारा जुटाकर भेजा जा रहा है।