नई दिल्ली। इलाहाबाद में दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां धूमनगंज के पीपलगांव में एक किसान पत्नी और तीन बेटियों को मारकर खुद फांसी पर लटक गया। पत्नी की लाश फ्रिज में, जबकि दो बेटियों के शव आलमारी और अटैची में मिले। एक बेटी की लाश फर्श पर पड़ी हुई थी। फ़िलहाल हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है। कहा जा रहा है कि पारिवारिक कलह की वजह से हत्या के बाद उसने ख़ुदकुशी की। सूचना मिलते ही एसएसपी नितिन तिवारी के साथ आईजी और एडीजी मौके पर पहुंचे। फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड ने भी छानबीन की। फिलहाल सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
एसएसपी नितिन तिवारी के मुताबिक सूचना मिली थी
15 अगस्त मनाने आए एनआरआई की हत्या, 25 साल पहले छोड़ चुके थे देश
बता दें कि एसएसपी नितिन तिवारी के मुताबिक सूचना मिली थी कि एक घर अन्दर से बंद है। उसमें पांच लोग रहते हैं और अंदर से कोई हलचल नहीं हो रही है। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़ कर अंदर घुसी। एक शव फ्रिज में, दो आलमारी और एक फर्श पर पड़ी मिली। युवक का शव फंदे से लटक रहा था। प्रारम्भिक जांच व मौके के हालात देखकर माना जा रहा है कि किसान ने ही पत्नी और तीन बेटियों की हत्या की। फिर फांसी पर लटक गया। एसएसपी के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की वजहों का खुलासा होगा।
वहीं पीपलगांव में उर्फ़ शाह गांव का मनोज कुशवाहा उर्फ़ भल्लू (35) इलाके का समृद्ध किसान था। घर में उसकी पत्नी सुनीता, पिता गुलाबचंद, भाई गोपाल और उसकी पत्नी साधना रहती थीं। मनोज की तीन बेटियां सृष्टि (8), शिवानी (6) व सोनू (3) थीं। गुलाब ने बताया कि वह शाम करीब 5 बजे खेत से लौटा तो मनोज का कमरा बंद था। कमरे से टीवी चलने की आवाज आ रही थी। कई बार आवाज देने पर भी दरवाजा नहीं खुला। साधना ने बताया कि दोपहर से ही कमरा बंद है। तब गुलाब ने प्रधान रामानंद पाल को बुलाया और पुलिस को सूचना दी। रात में पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर सभी के शव बरामद किए।