प्रयागराज: इलाहाबाद हाईकोर्ट को सात नए एडिशनल जज मिल गए हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आदेश पर भारत सरकार के ज्वाइंट सेक्रेटरी ने अधिसूचना जारी कर दी है।
इस अधिसूचना के जारी होने के बाद हाईकोर्ट के महानिबंधक सहित जिला जज रैंक के न्यायिक अधिकारी एडिशनल जज बनाए गए हैं।
इनमें मोहम्मद असलम, अनिल कुमार ओझा, साधना रानी ठाकुर, नवीन श्रीवास्तव समेत सैयद आफताब हुसैन रिजवी, अनिल त्यागी और अजय कुमार श्रीवास्तव को प्रथम एडिशनल जज बनाया गया है।
दो साल के लिए होगा तीन जजों का कार्यकाल
जहां अजय कुमार श्रीवास्तव, साधना रानी ठाकुर और सैयद आफताब हुसैन रिजवी को प्रथम का कार्यकाल शपथ लेने से दो साल तक के लिए होगा।
वहीं मोहम्मद असलम 14 जनवरी 2023 तक, जबकि अनिल कुमार ओझा एक जुलाई 2022, नवीन श्रीवास्तव उन्नीस दिसंबर 2021, अजय कुमार त्यागी 31 दिसंबर 2022 तक हाईकोर्ट के एडिशनल जज के पद पर कार्यरत रहेंगे।
मिनिस्ट्री ऑफ लॉ ने जारी की अधिसूचना
बता दें कि केंद्र सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ लॉ एंड जस्टिस की तरफ से ये अधिसूचना जारी की गई है। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने ग्यारह जजों के नाम मोदी सरकार को भेजे थे, जिनमें से सात जजों को हाईकोर्ट का एडिशनल जज नियुक्त किया गया है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट में जजों की संख्या हुई 103
इन जजों की नियुक्ति से अब हाईकोर्ट में जजों की संख्या 103 हो गई है। विदित हो कि मौजूद समय में हाईकोर्ट में अभी 95 जज कार्यरत हैं। इनमें इलाहाबाद हाईकोर्ट के 65 जबकि लखनऊ बेंच क 30 जज कार्यरत हैं।
अगर गौर करें तो पाएंगे कि इलाहाबाद हाईकोर्ट को सात जज मिलने के बाद भी जजों के 58 पद अब भी खाली हैं। इन पदों को भरने का प्रयास भी सुप्रीम कोर्ट कर रहा है। इन पदों के भर जाने से न्यायिक व्यवस्था में तेजी आने की उम्मीद है।