जयपुर। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश में लॉकडाउन लागू है। लॉकडाउन की वजह से शराब की दुकानें भी बंद हैं। बात-बात पर एक-दूसरे के राजनीतिक दल के खिलाफ मोर्चा खोल देने वाले अलग-अलग दलों के नेता भी शराब की बिक्री शुरू कराने की मांग को लेकर एक सुर में बोल रहे हैं। कोई गले में ही वायरस को मारने की बात कर रहा है, तो कोई देवताओं के भी युद्ध से पहले मदिरा पान करने का हवाला दे रहा है। राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री और सांगोद से विधायक कांग्रेस नेता भरत सिंह, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पूर्व मंत्री भवानी सिंह राजावत और कम्युनिस्ट पार्टी के विधायक बलवंत पुनिया, वैचारिकता के धरातल पर एक-दूसरे के धुर विरोधी दलों के इन तीनों विधायकों ने ही प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर शराब की बिक्री जल्द शुरू कराने की मांग की है।
कांग्रेसी विधायक भरत सिंह ने तो यह लिखा है कि अगर अल्कोहल से हाथ धोने से कोरोना मर रहा है, तो शराब पीने से वायरस गले में ही मर जाएगा। सरकार को पैसा भी मिलेगा और वायरस भी मर जाएगा। इसलिए शराब की बिक्री जल्द शुरू की जाए। वहीं, बीजेपी नेता भवानी सिंह राजावत ने तो यहां तक कह दिया कि सतयुग में भी देवता सोमरस का पान किया करते थे।
उन्होंने कहा है कि कोरोना काल में शराब से वंचित रखना ठीक नहीं है. बड़े-बड़े महापुरुष और देवता जब युद्ध में जाते थे, तो युद्ध से पहले दुश्मनों के नाश के लिए सोमरस का सेवन करते थे। उन्होंने कोरोना से लड़ाई के लिए मदिरा पान को जरूरी बताया है।
शराब की बिक्री शुरू करने के लिए सबसे पहले पत्र कम्युनिस्ट पार्टी के विधायक बलवंत पुनिया ने लिखा. पुनिया का कहना है कि शराब की लत वाले लोग परेशान हैं और सरकार को भी घाटा हो रहा है. इसलिए इसकी बिक्री शुरू की जानी चाहिए.
गौरतलब है कि गहलोत सरकार भी शराब की बिक्री शुरू करने के लिए सक्रिय दिख रही है. सरकार की ओर से शराब की कीमतों में 10 फीसदी इजाफा करने के ऐलान के साथ ही ठेकेदारों से शराब की डिलीवरी लेने को कहा जा चुका है. हालांकि, प्रदेश में शराब की दुकानें अभी खुल नहीं रही हैं.