लखनऊ: पंचायत चुनाव की तैयारी तेजी से चल रही है। इसके लिए उम्मीदवार और प्रशासन दोनों अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर रहा है। प्रचार प्रसार में लगे उम्मीदवार चुनाव जीतने के लिए हर तरह की जोर आजमाइश करेंगे।
जमा करना होगा लाइसेंसी शस्त्र
शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न करवाने के लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। चुनाव प्रक्रिया के पहले और प्रक्रिया के दौरान किसी तरह की अव्यवस्था को रोकने के लिए कई निर्णय लिए जा रहे हैं।
इसी क्रम में उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी लाइसेंसी शस्त्रों को जमा करने का आदेश दिया है। जिन लोगों के पास लाइसेंसी हथियार हैं, उन्हें निर्धारित समय सीमा के अंदर जमा करवाना होगा। पंचायत चुनाव संपन्न होने के बाद इन्हें दोबारा वापस कर दिया जाएगा।
बिके हुए कारतूस की होगी पड़ताल
इसके साथ ही जिले में जहां कहीं कारतूस की बिक्री होती है, उन पर भी नजर रखी जाएगी। पिछले दिनों में बेचे गए कारतूस से जुड़ी जानकारी भी जिला प्रशासन मांग रहा है। इस प्रक्रिया को संपन्न करवाने के लिए डीएम खुद रणनीति बना रहे हैं। ऐसा करने के पीछे मुख्य कारण कारतूसों की संख्या और दुरुपयोग को रोकना है।
तीन चरणों में हो सकता है पंचायत चुनाव
उत्तर प्रदेश एक बड़ा राज्य है, पंचायत जैसे चुनाव के लिए तैयारी आसान काम नहीं है। इसी को ध्यान में रखते हुए लगातार प्रशासन और चुनाव से जुड़े लोग मीटिंग कर रहे हैं। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि आगामी पंचायती चुनाव 3 चरणों में संपन्न किया जा सकता है।
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नई आरक्षण नियमावली के बाद कई जगहों पर उम्मीदवारों की नाराजगी भी नजर आई। ऐसे में चुनाव को शांतिपूर्ण संपन्न करवाने के लिए प्रशासन सारे जतन कर रहा है।
धीरे-धीरे पंचायत चुनाव की भी महत्ता काफी बढ़ गई है। अलग अलग राजनीतिक पार्टियां इसमें अपनी दिलचस्पी दिखा रही हैं। पंचायती चुनाव अब क्षेत्रीय ना रहकर, राष्ट्रीय स्तर पर भी असर डालता है। इसीलिए शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न करवाना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता में है। प्रक्रिया के दौरान किसी तरह की हिंसक झड़प, गोली कांड जैसी घटना ना हो, इसीलिए सारे सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं।