- संवाददाता, भारत खबर
मेरठ। गबन के मामले में चार साल बाद भी कोई कार्रवाई न होने पर उच्च न्यायालय इलाहाबाद ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। गौरतलब है कि आर्थिक गबन को लेकर पूर्व जिलाधिकारी पंकज यादव ने तीन सदस्यीय समिति का गठन कर रिपोर्ट सौंपने को कहा था लेकिन इस घोटाले की जांच की रिपोर्ट चार साल बाद भी नहीं सौंपी गई।
एलेक्जेंडर क्लब के सदस्य अनिल अग्रवाल ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में रिट दायर कर क्लब में हुए घोटाले की जांच को अब तक पूरा न करने पर आपत्ति जताई और कहा कि क्लब का पैसा सामाजिक है अत: जांच कर स्पष्ट करना आवश्यक है कि घोटाले में कौन-कौन लोग शामिल हैं।
मामले में पूर्व क्लब के सदस्यों ने लीपापोती करते हुए जांच को दबाए रखा और भ्रष्टाचार होने के बाद भी संज्ञान में होते जबरन मामले को दबाए रखा यह भी एक प्रकार का अपराध है। चर्चा है कि हाईकोर्ट संज्ञान में होते हुए भ्रष्टाचार को दबाए रखने के मामले में भी पूर्व क्लब के सदस्यों पर गंभीर कार्रवाई कर सकती है। उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अजीत कुमार ने मामले को गंभीर मानते हुए छ: हफ्ते में जिलाधिकारी मेरठ से हलफनामा मांगा है।