लखनऊ: ब्लैक फंगस बीमारी देखते-देखते तेजी से फैल रही है। उत्तर प्रदेश में ही 700 से अधिक नए मामले सामने आ चुके हैं। इसी का परिणाम है कि इससे जुड़ी दवाइयों की मांग भी तेजी से बढ़ने लगी है।
राज्यों को भेजी गई इंजेक्शन की डोज
ब्लैक फंगस के इलाज में एंफोटरइसिन बी नामक इंजेक्शन का इस्तेमाल होता है। इसकी पर्याप्त मात्रा में सप्लाई की मांग लगातार हो रही थी। इसी को देखते हुए अलग-अलग राज्यों को 29250 वायल भेजे गए हैं। इस इंजेक्शन का इस्तेमाल ब्लैक फंगस के खिलाफ किया जा रहा है, जिसके सकारात्मक परिणाम भी मिल रहे हैं।
उत्तर प्रदेश को मिले 1700 अधिक वायल
एंफोटरइसिन बी इंजेक्शन उत्तर प्रदेश सहित कई अन्य राज्यों को भेजे गए। जिनमें सबसे ज्यादा गुजरात को 7260 वायल, उत्तर प्रदेश को 1780 वायल, आंध्र प्रदेश को 1950 वायल इंजेक्शन भेजा गया है। इसके अतिरिक्त दिल्ली को 302 वायल, कर्नाटक को 1221 वायल और मध्य प्रदेश को 1910 वायल की सप्लाई की गई है। महाराष्ट्र में भी ब्लैक फंगस के कई मामले देखने को मिले हैं। वहां एंफोटरइसिन बी के 7034 वायल भेजे गए हैं।
एक तरफ जहां देश कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। वहीं अब ब्लैक फंगस जैसी बीमारी समस्या बनकर सामने आई है। इससे निपटने के लिए लगातार स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है। इसी क्रम में जरूरी इंजेक्शन सभी जरूरतमंद राज्यों को उपलब्ध करवाए गए। यूपी में ही ब्लैक फंगस के 700 मरीज सामने आ चुके हैं, राजधानी लखनऊ में सबसे ज्यादा 240 लोग प्रभावित हो चुके हैं। ब्लैक फंगस से अब तक 35 मरीजों की मौत हो चुकी है।