मेरठ। होली का त्योहार पास आते ही शराब माफिया पूरी तरह से सक्रिय हो जाते हैं जिसको देखते हुए आबकारी विभाग भी सक्रिय हो जाती है। मेरठ के पास और बागपत जिले के पास हरियाणा है जहां से शराब की तस्करी करके यूपी में लाया जाता है। जिस वजह से यूपी सरकार को हर साल करोड़ों रुपए की राजस्व हानि होती है और लगातार शराब माफिया भी पकड़े जाते हैं लेकिन फिर भी शराब तस्करी का कारोबार नहीं रोक पाता आज फिर आबकारी विभाग ने शराब माफियाओं से लगभग 450 पेटी शराब बरामद की है और साथ ही दो लोगों को भी गिरफ्तार किया है।
बताया जा रहा है कि देर रात आबकारी विभाग को मुख्य के द्वारा सूचना मिली कि रामलीला ग्राउंड में भूसे के ट्रक में शराब माफियाओं ने हरियाणा से शराब तस्करी कर रखी हुई है। जब टीम वहां पर पहुंची हरियाणा नंबर की गाड़ी देखकर विभाग पूरी तरह से आस्वस्थ हो गया की इस ट्रक में शराब है फिर क्या था आबकारी विभाग नहीं जो आरोपी हैं रवि और हिमांशु उनको सबसे पहले हिरासत में लिया और फिर ट्रक में शराब खंगलनी शुरू कर दी और फिर क्या था तमाम की गई।
आरोपियों ने सारा सच उगल दिया आरोपियों को कहना है कि या शराब चुनाव की जीत और साथ ही होली के जश्न के लिए मंगाई गई थी ताकि वह मोटा मुनाफा कमा सकें। 11 मार्च को चुनाव के नतीजे आने वाले हैं और साथ ही होली भी दो दिन बाद है जिस वजह से शराब माफिया पूरी तरह से मोटा मुनाफा कमाने के चक्कर में लगे हुए थे लेकिन उससे पहले ही आबकारी विभाग नहीं इन शराब माफियाओं को धर दबोचा और लाखों रुपए की शराब बरामद कर ली।
गौरतलब है कि हर साल होने वाली इस तस्करी से उत्तर प्रदेश सरकार सहित कई राज्यों की सरकारों को करोड़ों रुपए की राजस्व हानि होती है और इस राज्य स्वामी होने के बाद भी और शराब माफियाओं के पकड़े जाने के बाद भी आज तक इन माफियाओं का फोकस ना तो कोई पुलिस तोड़ पाई है और ना ही आबकारी अधिकारी इसकी वजह साफ है कि कहीं ना कहीं पूरे तंत्र में चूक है जिस वजह से यह शराब माफिया जेल जाने के बाद वापस लौट आते हैं और फिर से इस धंधे में लग जाते हैं इसके लिए सरकार को पूरी तरह से लामबंद होना पड़ेगा ताकि इन शराब माफियों पर पूरी तरह से इस शिकंजा कसा जा सकें।
राहुल गुप्ता, संवाददाता