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अक्षय तृतीया का दुर्लभ महासंयोग बन रहा हैं 500 साल बाद

06 11 अक्षय तृतीया का दुर्लभ महासंयोग बन रहा हैं 500 साल बाद

नई दिल्ली। आज पूरा भारत हिंदु धर्म का एक और पर्व अक्षय तृतीया मना रहा हैं। हर वर्ष अक्षय तृतीया वैशाख मास के शुक्‍ल पक्ष की तृतीय तिथि को मनाई जाती है। और वैशाख मास के शुक्‍ल पक्ष की तृतीय आज यानि की 18अप्रैल को पड़ रही हैं। आज हम आपको बताएंगे कि अक्षय तृतीया का क्या महत्व हैं और यें क्यों मनाई जाती हैं।  हिंदू धर्म के अनुसार अक्षय तृतीया को लेकर कई मान्यताएं हैं जो कि हम आपको बताने जा रहे हैं।

06 11 अक्षय तृतीया का दुर्लभ महासंयोग बन रहा हैं 500 साल बाद

कहते हैं कि इश दिन भगवान विष्‍णु के छठें अवतार यानि भगवान परशुराम का जन्‍म हुआ था और परशुराम ने महर्षि जमदाग्नि और माता रेनुकादेवी के घर जन्‍म लिया था। जिसकी वजह से अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्‍णु की उपासना की जाती है।

कहते हैं कि इस दिन मां गंगा स्वर्ग से धरती पर अवतरीत हुई थीं और राजा भागीरथ ने गंगा को धरती पर अवतरित कराने के लिए हजारों वर्ष तक तप कर उन्हें धरती पर लाए थे इसलिए कहते हैं इस दिन पवित्र गंगा में डूबकी लगाने से मनुष्य के सारे पाप नष्ट हो जाते हैं।

हिंदु धर्म के अनुसार इस दिन मां अन्नपूर्णा का जन्मदिन भी मनाया होता है जिससे इस दिन गरीबों को खाना खिलाया जाता है और भंडारे किए जाते हैं। मां अन्नपूर्णा के पूजन से रसोई तथा भोजन में स्वाद बढ़ जाता है।

अक्षय तृतीया के अवसर पर ही म‍हर्षि वेदव्‍यास जी ने महाभारत लिखना शुरू किया था। महाभारत को पांचवें वेद के रूप में माना जाता है। इसी में श्रीमद्भागवत गीता भी समाहित है। अक्षय तृतीया के दिन श्रीमद्भागवत गीता के 18 वें अध्‍याय का पाठ करना चाहिए।

अक्षय तृतीया का महत्व
हिंदु धर्म के अनुसार अक्षय तृतीया का जो पर्व होता हैं वो बहुत ही शुभ होता हैं। और इस दिन शुभ कार्य करने का विशेष महत्व है। अक्षय तृतीया के दिन कम से कम एक गरीब को अपने घर बुलाकर सत्‍कार पूर्वक उन्‍हें भोजन अवश्‍य कराना चाहिए। गृहस्‍थ लोगों के लिए ऐसा करना जरूरी बताया गया है। मान्‍यता है कि ऐसा करने से उनके घर में धन धान्‍य में अक्षय बढ़ोतरी होती है। अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर हमें धार्मिक कार्यों के लिए अपनी कमाई का कुछ हिस्‍सा दान करना चाहिए। ऐसा करने से हमारी धन और संपत्ति में कई गुना इजाफा होता है।

500 साल बाद बना महासंयोग
अक्षय तृतीया इस बार 18 अप्रैल यानि की आज पड़ रही हैं और ऐसा कहा जा रहा हैं कि इस अक्षय तृतीया पर ऐसा महासंयोग लगभग 500 साल बन रहा हैं।इस बार ऐसा कहा जा रहा हैं कि अक्षय तृतीया पर स्नान, दान और मांगलिक कार्यों का अधिक फलदायी इस बार माना जा रहा हैं।
स्वर्ण की खरीदारी उचित
शास्त्र में इस बात का उल्लेख किया गया है कि अक्षय तृतीया के दिन अगर आप स्वर्ण की खरीदारी करते हैं तो आपके लिए बेहद ही शुभ होगा क्योकि इससे आपका धन योग बनता है। धन-संपदा में वृद्धि का योग भी बनता है। आज के दिन जो भी कार्य मनुष्य करता है, वह अक्षय हो जाता है। इसलिए धार्मिक एवं शुभ कार्य आज के दिन जरूर करना चाहिए।

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