लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी और परिवार में मचे घमासान पर अब रोक लगना मुश्किल हैं। दरअसल, सपा पार्टी और परिवार में समझौते के आसार खत्म होते दिख रहे हैं। वहीं आज निर्वाचन आयोग अखिलेश यादव गुट और मुलायम सिंह खेमे के दावों को लेकर अपना फैसला सुना सकता है।
स्टीव का मास्टर प्लान
अखिलेश यादव के लिए इस विधानसभा चुनाव में पॉलिटिकल स्ट्रैटजिस्ट और हॉवर्ड यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर स्टीव जार्डिंग ने इस स्थिति से निपटने के लिए भी मास्टर प्लान बनाया है. इस वक्त प्रोफेसर स्टीव जार्डिंग 1 लाख से ज्यादा लोगों के साथ काम कर रहे हैं।
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100 लोगों की ट्रेनिंग
जार्डिंग की यह टीम गांवों में ब्रांड अखिलेश के लिए विलेज एम्बेसडर के रूप में काम कर रही है। इसके लिए जर्डिंग के पूर्व स्टूडेंट एडवेट विक्रम सिंह 100 ट्रेंड लोगों की टीम को लीड कर रहे हैं। यह टीम सिंबल चेंज होने की सूरत में एक नए रणनीति के तहत लोगों को अखिलेश के नए सिंबल के बारे में लोगों को बताएगी। सूत्र के अनुसार जर्डिंग की टीम से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि विधानसभा सीटों पर फोकस कर रहे हैं वहां हमारी 98 फ़ीसदी घरों तक पहुंच हैं। इस वजह से नए सिंबल का प्रचार करना मुश्किल नहीं हैं।
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साइकिल नहीं अब मोटरसाइकिल
खबर के मुताबिक सीएम अखिलेश मोटरसाइकिल चुनाव चिन्ह चाहते हैं। इससे यह भी मैसेज जाएगा की विकास के साथ-साथ साइकिल अब मोटरसाइकिल हो गई है। वहीं इस राज्य स्तरीय कम्युनिकेशन नेटवर्क की वजह से ही अखिलेश यादव को विश्वास है कि आखरी क्षणों में चुनाव चिन्ह बदलने की दशा में भी वे जीत सकते हैं।