लखनऊ। यूपी के रण को जीतने के लिए अखिलेश यादव और राहुल गांधी ने पहली बार संवाददाताओं को संबोधित किया। संवाददाताओं से बातचीत के दौरान अखिलेश और राहुल ने दावा किया कि इन चुनावों में महागठबंधन 300 से ज्यादा सीटें जीतकर सरकार बनाएगी।
मंच पर क्या-क्या बोले अखिलेश
- हम दो पहिये हैं और उर्म में भी ज्यादा फासला नहीं है। विकास का भी पहिया है और खुशहाली का भी
- अब सपा-कांग्रेस गठबंधन की जीत पर किसी को शक नहीं
- समाजवादी कांग्रेस के गठबंधन से लोगों को भरोसा बढ़ेगा।
- कांग्रेस और समाजवादी पार्टी एक साथ होंगे तो काम तेजी से होगा
- राहुल और मैं एक दूसरे को जानते हैं, खुशी की बात है कि हम साथ मिलकर लड़ रहे हैं।
मंच से क्या बोले राहुल
- प्रियंका कैंपेन करेंगी या नहीं, यह पूरी तरह से उन पर निर्भर करता है।
- मायावती और भाजपा में बहुत बड़ा फर्क है।
- आज एक प्रकार गंगा यमुना का मिलन हो रहा है और प्रगति की सरस्वती यहाँ से निकलेगी
- हम बीजेपी को बताएंगे कि आप इस देश को बांट नहीं सकते
- उत्तर प्रदेश के डीएनए में गुस्सा नहीं बल्कि प्यार और भाईचारा है
- सपा-कांग्रेस गठबंधन से अखिलेश जी के साथ व्यक्तिगत और राजनीतिक रिश्ता और मजबूत हुआ है।
- हम गुस्से की राजनीति को रोकना चाहते हैं, इससे देश का नुकसान हो रहा है।
27 साल यूपी बेहाल पर दी सफाई
पत्रकारों से बातचीत के दौरान 27 साल यूपी बेहाल के नारे पर सफाई देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अखिलेश यादव एक अच्छे शख्स हैं। इस दौरान केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि एक अच्छा इंसान होने के बावजूद अखिलेश यादव को प्रदेश का विकास का काम नहीं करने दिया जा रहा है। राहुल ने कहा कि आरएसएस और भाजपा मिलकर देश की जनता से झूठे वादे कर रही है।
कांफ्रेंस के बाद रोड शो
संवाददाताओं से बातचीत करने के बाद अखिलेश यादव और राहुल गांधी एक रोड शो भी करने वाले हैं। राहुल और अखिलेश के रोड शो के दौरान ‘यूपी को ये साथ पसंद है, साइकिल और ये हाथ पसंद है तरक्की की ये बात पसंद है’ का नारा गूंजेगा।
गौरतलब है कि अपनी खोई हुई सत्ता और रसूख को वापस पाने के लिए राहुल गांधी कांग्रेस के लिए जोरो-शोरों से चुनाव प्रचार करने में जुटे हुए हैं। पंजाब में तीन दिन का दौरा करने के बाद राहुल ने यूपी का रूख किया है।
2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले यूपी के दंगल को एक सेमीफाइनल मैच कि तरह देखा जा रहा है। जानकारों का मानना है कि जो विधानसभा चुनाव जीतेगा उसी के लोकसभा चुनाव जीतने के आसार ज्यादा हैं। इसलिए सेमीफाइनल मैच को जीतने के लिए कांग्रेस और सपा एड़ी-चोटी का दम लगा रही है।