गौतमबुद्ध नगर: फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई करने की मांग पिछले कई वर्षों से हो रही थी। आखिरकार अब अखलाक मामले का सच जल्द ही सामने आ जायेगा। यह मामला दादरी के बिसाड़ा गांव का है, जहां कथित तौर पर बीफ रखने और मॉब लिंचिंग का केस सामने आया था।
6 साल पहले की है घटना
अखलाक मामला 28 सितंबर 2015 का है, जब अखलाक की हत्या के बाद पूरे देश में इस घटना की चर्चा हुई थी। इस हादसे में भीड़ का हिसंक रूप देखने को मिला था। हालांकि अभी भी इस केस की पूरी सच्चाई सामने नहीं आई है। 25 फरवरी को मामले में आरोप तय कर लिए गए थे, अब आगे की प्रक्रिया फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगी। पहली सुनवाई गुरुवार को हो गई, अब अगली सुनवाई 14 अप्रैल को होगी।
मामले में 18 आरोपी का नाम
इस पूरे मामले में कुल 18 लोगों को आरोपी बनाया गया था, जिसमें से घटना के दौरान 3 लोग नाबालिक भी थे। साथ ही आरोपियों में से दो लोगों की मौत भी हो गई है। इस घटना ने हिंदू-मुस्लिम विवाद को भी जन्म देने की कोशिश की थी, इन्हीं सब बातों के चलते सरकार ने अखलाक के परिवार को सुरक्षा दे रखी है।
इस मामले में चश्मदीद के बयान भी जल्द ही दर्ज करवाये जायेंगे, जिसमें अखलाक की बेटी और परिवार के अन्य लोग शामिल हैं। इतने लंबे वक्त से इस मामले में अभी कोई मोड़ नहीं आया है, लेकिन अब जल्द फैसला आने की उम्मीद लगाई जा रही है।