लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा होने और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर समाजवादी पार्टी ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है।
सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी बताया कि, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि कोरोना महामारी और जनता की बढ़ती तकलीफों के बीच भी बीजेपी सरकार अपनी थोथी बातें करने से बाज नहीं आ रही है। भाजपा सच्चाई का सामना करने से डरती है।
‘कुप्रचार व विज्ञापन से ध्यान भटका रही सरकार’
उन्होंने कहा कि, सरकार का बड़बोलापन खुद बढ़ते संकट का कारण है। प्रदेशवासी दवा, ऑक्सीजन और इलाज के लिए दर-दर भटक रहे हैं, लेकिन भाजपा सरकार कुप्रचार और विज्ञापन के सहारे सभी को ध्यान भटका रही है।
अखिलेश यादव ने कहा कि, कोरोना काल में सपा प्रदेश की जनता के साथ है और आगे भी रहेगी। मगर, सरकार की कमी उजागर करना भी समाजवादी पार्टी का नैतिक और सामाजिक दायित्व है। लोकतंत्र में विपक्ष सत्ता दल की आरती उतारने के लिए नहीं है।
‘चार साल में भाजपा ने नहीं किया विकास कार्य’
सपा अध्यक्ष ने कहा कि, चार साल के कार्यकाल में भाजपा ने जनता के लिए एक भी उल्लेखनीय विकास कार्य नहीं किया है। स्वास्थ्य क्षेत्र में सैफई से गोरखपुर तक जो भी काम हुए, सभी सपा सरकार में किए गए। भाजपा सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान न देकर उन्हें बर्बाद किया है।
विशेषज्ञों द्वारा कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ज्यादा खतरनाक होने की चेतावनी के बावजूद मौजूदा सरकार ने हालात संभालने की कोशिश नहीं की। सपा सरकार की ही देन है कि गोरखपुर और रायबरेली जिले में एम्स बने हैं, लेकिन बीजेपी सरकार तो इन्हें सही से शुरू भी नहीं कर पाई। डॉक्टर्स और पैरा मेडिकल स्टाफ की भर्ती न होने के कारण उनकी भारी कमी है।
‘प्रदेश में कालाबाजारी चरम पर: अखिलेश यादव’
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि, जिस तरह से कोरोना मरीजों की तड़प-तड़प कर मौतें हो रही हैं, उन्हें प्रचारजीवी मुख्यमंत्री जी के खोखले आश्वासनों से छुपाया नहीं जा सकता। प्रदेश में ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और भाप मशीन सभी की कालाबाजारी चल रही है और सरकार इस पर भी रोक नहीं लगा पा रही है।
अखिलेश यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि, मुख्यमंत्री जी की टीम-11 भी किसी काम की नहीं साबित हो रही, जिससे प्रदेश में कोरोना का संकट और गंभीर हो रहा है। भाजपा सरकार के सारे तंत्र विफल हो गए हैं। घर और अस्पताल में पड़े मरीजों का कोई हाल भी पूछने वाला नहीं है। परेशान लोग दर-दर भटक रहे हैं। उन्होंने कहा कि, जिंदगी के साथ ऐसा खिलवाड़ अमानवीयता की सभी हदें पार कर गया है।