इन दिनों बीजेपी का केसरिया रंग चारों तरफ देखा जा रहा है। ऐसे में सपा तथा बसपा के नेताओं द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी के खिलाप मोर्चा खोल दिया है। अखिलेश का कहना है कि बीजेपी विधायक तथा पार्षदों को खरीदने की कोशिश कर रही है। सपा नेता तथा अखिलेश यादव के करीबी कहे जाने वाले बुक्कल नवाब का शनिवार को इस्तीफा दिए जाने के बाद अटकलें लगाई जा रही है कि वही सपा छोड़ बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।
अब अखिलेश यादव ने बीजेपी के खिलाफ अपना मोर्चा खोल दिया है। उनका कहना है कि बिहार में बीजेपी ने राजनीतिक भ्रष्टाचार किया है। अखिलेश ने आरोप लगाया है कि बीजेपी सपा के एसएलसी तोड़ने में लगी हुई है। उनका कहना है कि बीजेपी के नेताओं की जनता के बीच में जाने की हिम्मत नहीं है। अखिलेश यादव ने कहा है कि बीजेपी के लोग जनता के बीच में जाने से डरते हैं। उनका कहना है कि एमएलसी तोड़ना राजनीतिक भ्रष्टाचार है।
विपक्षी पार्टियों के नेता भी अब बीजेपी में आने की इच्छा जता रहे हैं। बीजेपी में आने के लिए वह अपने पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं। बीजेपी का असर देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में भी दिखाई दे रहा है। यहां समाजवादी पार्टी में भी लगातार इस्तीफों का दौर जारी है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी कहे जाने वाले बुक्कल नवाब ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। सपा और बसपा के नेताओं का पार्टी से इस्तीफा देना बीजेपी के लिए काफी अहम हो सकता है। क्योंकि विधानमंडल की सदस्यता सीएम योगी तथा दोनों उप मुख्यमंत्री को लेनी होगी। लोकसभा सदस्यता त्यागने के बाद इन नेताओं को विधानमंडल की सदस्यता लेनी होगी। ऐसे में तीन एमएलसी सीटें खाली हो जाएंगी। इनके इस्तीफा देने के बाद इन सीटों पर अब बीजेपी का कब्जा हो सकता है।