नई दिल्ली। लोस चुनावों के दौरान नेताओं को अब जोश में होश खोने एवं अपनी पार्टी को ऊंचा दिखाने के आगे कुछ भी बोलने की हकीकत सामने आती जा रही है। जुबान फिसलने में देरी न लगाने वाले इन नेताओं में होड़ लगी है कि सबसे घटिया शब्दों का प्रयोग करेगा।
‘हमें वो दिन याद है जब लोहिया और अंबेडकर देश को नई दिशा देना चाहते थे। उसी राह पर मुलायम सिंह यादव और कांशीराम ने भी फॉलो किया। और अब मैं और मायावती ऐसा कर रहे हैं।’
-अखिलेश यादव
हाल उदाहरण पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव का है उन्होंने भाजपा आईटी सेल को इंटरनेट टेररिस्ट सेल करार दिया।
अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह झूठ फैलाने में माहिर है. उसकी आईटी सेल यानी इंटरनेट टेररिस्ट सेल झूठ फैलाने का काम करती है. उनके खिलाफ एक्शन लिया जाना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि यह पहली ऐसी सरकार है जो झूठ फैलाने के लिए जानी जाती है. बीजेपी ने जातिगत आधार पर समाज में घृणा फैलाने की कोशिश की. लेकिन लोग अब बीजेपी को जवाब देने के लिए तैयार हैं।