लखनऊः सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की सरकारी आवास मामले में मुश्किलें बढ़ती हुई दिखाई दे रही हैं। बंगला का मामला निर्माण विभाग ने मामले में जांच कर राज्य सम्पत्ति विभाग को रिपोर्ट सौंप दी है। जिसे राज्य सम्पत्ति विभाग ने सीएम दफ्तर भेज दिया है।
10 लाख रुपए का किया गया आकलन
अखिलेश यादव को मिले सरकारी आवास में हुई तोड़फोड़ का निर्माण विभाग द्वारा पेश की गई 266 पन्नों की रिपोर्ट में आकलन किया गया। निर्माण विभाग के इंजीनियर्स की जांच टीम ने बंगले में टूट-फूट पाई। जिसके बाद अब लोक निर्माण विभाग के सूत्रों का यह मानना है कि लगभग 10 लाख की टूट-फूट बंगले में हुई है।
SC ने दिया था आदेश
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को अपना सरकारी आवास खाली करना था। वहीं आवास को लेकर अखिलेश यादव ने समय मांगने की बात कही थी लेकिन उस पर कुछ नहीं हुआ। सरकारी आवास के खाली करने के कई दिन बाद तोड़फोड़ का मामला सुर्खियों में आया।
अखिलेश ने कांफ्रेस कर दिया था जवाब
मालूम हो कि इस पर अखिलेश यादव खूब भड़के और हर सवाल का करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि वो घर मुझे मिलने वाला था इसलिए मैंने उसे अपने तरीके से बनाया। अखिलेश यादव ने कहा था कि जो नुकसान सरकार का हुआ वो हमें बता दें और हमारा जो सामान पेड़ आवास में रह गए है वो हमें वापस लौटा दें।
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मायावती ने भी खाली किया था आवास
साथ ही इस दौरान अखिलेश यादव ने प्रेस कांफ्रेस में टोटी लहराते हुए कहा था कि हमें पूरा हिसाब बता दें कि कितने का नुकसान हुआ था। वहीं बसपा सुप्रीमों ने जब अपना सरकारी आवास खाली किया था तो मायावती ने सभी मीडिया को अपने उस आवास के अंदर ले जाकर उन्होंने सब कुछ दिखाया था। हालाकि मीडिया को दिखाने के पहले मायावती ने अपना आवास खाली करा लिया था।
-by ankit tripathi