लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कौमी एकता दल के समाजवादी पार्टी में शामिल होने पर किसी तरह का विवाद पैदा होने से प्रदेश मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इंकार कर दिया है। कौएद (कौमी एकता दल) के संरक्षक व सपा के पूर्व सांसद अफजाल अंसारी व उनके भाई मुख्तार अंसारी करीब 12 विधानसभा सीटों पर राजनीतिक समीकरण बनाने व बिगाड़ने की हैसियत रखते हैं।
अखिलेश ने कहा है कि जो भी फैसला होगा वह पार्टी में सब की सहमति से होगा। यह पार्टी के अंदर की बात है। पार्टी इस बारे में फैसला करेगी। पार्टी के फैसले को सब लोग मानेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब बात मुख्तार अंसारी की नहीं, बल्कि स्वामी प्रसाद मौर्य की होनी चाहिए। कौएद का विलय पार्टी के अध्यक्ष के कहने पर हुआ है। वही पार्टी के सर्वेसर्वा हैं।