रायबरेली। जैसा कि सभी जानते है कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन को आज 46वां दिन है। किसान अपनी मांगों को लेकर देश की राजधानी दिल्ली के चारों ओर डटे हुए हैं। किसानों का कहना है कि जब तक सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती है तब तक हम यहीं डटे रहेंगे। इसके साथ ही आज हरियाणा के करनाल में सीएम खट्टर ने किसानों को कृषि कानूनों के बारे में बताने के लिए किसान महापंचायत बुलाई थी। जिसका किसानों द्वारा जमकर विरोध किया जा रहा है। इसके साथ ही सपा प्रमुख और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला है। किसानों से लेकर अपराध के मुद्दों पर उन्होंने योगी सरकार पर निशाना साधा। अखिलेश ने कहा कि सपा किसानों के आंदोलन का समर्थन करती है। सपा कहती है बीजेपी सरकार को किसानों की मांगों को मान लेना चाहिए।
सरकार को किसानों की मांगों को मान लेना चाहिए- अखिलेश
बता दें कि फतेहपुर से लखनऊ जाते वक्त उन्होंने कहा कि किसान बिल को लेकर सपा पूरे प्रदेश में लगातार प्रदर्शन करती रही है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, “अगर हमारी सरकार आएगी तो हम निश्चित तौर पर किसान और पत्रकार दोनों की मदद करेंगे। अखिलेश ने कहा कि सपा किसानों के आंदोलन का समर्थन करती है। सपा कहती है बीजेपी सरकार को किसानों की मांगों को मान लेना चाहिए। किसानों के हक में फैसला लेना चाहिए और भी कई कानून को वापस लेना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, “बीजेपी सरकार में सबसे ज्यादा असुरक्षित महिलाएं, बेटियां हैं। महिलाओं के साथ इतनी घटनाएं कभी नहीं हुई। सुनने में आया है कि जब से बीजेपी की सरकार बनी है कई गुना प्रतिशत अपराध बढ़ गया है।
सीएम खट्टर ने किसानों से संवाद के लिए बुलाई महापंचायत-
वहीं दूसरी तरफ आज हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किसानों से संवाद करने के लिए करनाल में महापंचायत बुलाई है। सीएम की किसान महापंचायत का विरोध कर रहे किसान संगठन काले झंडे लिए उस स्थल की ओर बढ़ रहे थे, जहां सीएम की महापंचायत होनी थी। पुलिस ने किसानों को रोका। कार्यक्रम स्थल पर जाने की जिद पर अड़े किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया, आंसू गैस के गोले दागे और वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया।