लखनऊ। समाजवादी पार्टी में मची कलह के 11 महीनों के बाद किसी सार्वजनिक समाहोर में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव एक साथ दिखे हैं। बाप बेटे के बीच मची तनातनी के 11 महीनों के बाद ऐसा देखने को मिला है। डॉ राम मनोहर लोहिया की पुष्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे दोनों दिग्गज नेताओं को देखने के लिए लोगों का जमावड़ा लग गया।
सीएम योगी द्वारा एंटी रोमियो अभियान पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि इसके तहत जो भी लोग पकड़े गए हैं वह सभी बीजेपी के लोग हैं, उनमें से कोई भी समाजवादी पार्टी से संबंध नहीं रखता है। उन्होंने कहा कि नेताजी ने लोहिया पार्क में आकर उन्हें आर्शीवाद दिया है। अखिलेश यादव ने कहा कि वक्त आने पर सभी चीजें बदल जाती हैं लेकिन समाजवादी पार्टी की विचारधारा नहीं बदली है। उन्होंने कहा कि अगर देश को तरक्की करनी है तो देश को समाजवादी विचारधारा के तहत चलना होगा।
श्रद्धांजलि देते वक्त अखिलेश यादव ने अपने पिता मुलायम सिंह यादव के पैर छूकर आर्शीवाद लिया। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस दौरान बीजेपी पर हमला किया। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अयोध्या के अस्पताल में बीजेपी ने अखिलेश के नाम के पत्थर हटाए हैं तो हम बीजेपी को ही हटा देंगे। उन्होंने कहा कि अब हमारे लोगों पर हमला होगा क्योंकि इस वक्त ज्यादा वोट हमारे पाले में हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि एम्स के लिए समाजवादी पार्टी की तरफ से रायबरेली में जमीन दी गई।