कानपुर गोलीकांड के आरोपी कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया गया है।
कानपुर। कानपुर गोलीकांड के आरोपी कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने मंदिर में चिल्ला-चिल्लाकर खुद को विकास दुबे बताया। इसके बाद गार्ड ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दुबे की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। वहीं अखिलेश यादव ने विकास दुबे की गिरफ्तारी पर कहा कि ये गिरफ्तारी है या सरेंडर सरकार को इस बात साफ तौर पर बताना चाहिए।
वहीं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की। शिवराज चौहान ने कहा कि उनकी सरकार किसी भी अपराधी को नहीं बख्शेगी। इसी बीच यूपी पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश के रवाना हो गई है। विकास दुबे कानपुर की घटना के बाद भाग गया था, जिसके बाद हरियाणा के फरीदाबाद में उसकी झलक दिखी थी। फरीदाबाद के एक होटल के CCTV कैमरे में विकास दुबे को देखा गया था, लेकिन वो वहां से फरार हो गया। छापे में उसके गुर्गे गिरफ्तार कर लिए गए थे।
प्रधानमंत्री जी के भारत-चीन एलएसी कथन से भ्रमित होकर जनता पूछ रही है कि यदि चीन हमारे इलाक़े में नहीं घुसा तो फिर हमारे सैनिक किन हालातों में शहीद हुए और क्या इस कथन से चीन को ‘क्लीन चिट‘ दी जा रही है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 20, 2020
वहीं विकास दुबे लगातार छुपता हुआ भाग रहा था, पहले उसके नोएडा और फिर राजस्थान जाने की बात की जा रही थी। ऐसे में पुलिस ने NCR में लगातार छापेमारी की थी। लेकिन विकास दुबे वहां पर भी नहीं मिला..अब सात दिन बाद उसके उज्जैन में मिलने की खबर आई। सूत्रों की मानें तो फरीदाबाद से मध्य प्रदेश तक वो आसानी से एक गाड़ी में पहुंचा, जो पूरी तरह सेफ थी. ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि इतनी बंदिशों के बाद भी विकास दुबे आखिर कैसे इतना लंबा सफर कर पाया।
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साथ ही स्थानीय मीडिया के साथ ही स्थानीय पुलिस भी महाकालेश्वर मंदिर के सामने पहुंची और विकास दुबे को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि विकास दुबे ने सरेंडर करने की सूचना स्थानीय मीडिया और पुलिस को दी थी. इसके बाद स्थानीय पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। जब पुलिस विकास दुबे को पकड़कर महाकाल थाने में ले जा रही थी, तब विकास दुबे लगातार मीडिया से बात कर रहा था। इसी दौरान वो चिल्लाया, ‘…मैं विकास दुबे हूं…कानपुर वाला’।
आज सुबह ही विकास दुबे महाकालेश्वर मंदिर पहुंचा और सुबह 9 बजकर 55 मिनट पर विकास दुबे ने मंदिर के सामने अपना नाम चिल्लाया। मौके पर स्थानीय मीडिया को भी बुला लिया गया था। बताया ये भी जा रहा है कि उसने मंदिर के बाहर खड़े होकर अपना नाम चिल्लाया, फिर लोगों ने पुलिस को सूचित किया। सूत्रों की मानें तो फरीदाबाद से मध्य प्रदेश तक वो आसानी से एक गाड़ी में पहुंचा, जो पूरी तरह सेफ थी. ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि इतनी बंदिशों के बाद भी विकास दुबे आखिर कैसे इतना लंबा सफर कर पाया।