कासगंज: किसान महपंचायत का दौर शुरु है, जहां विपक्ष लगातार सरकार पर हमला बोल रहा है। किसान कानून का विरोध जारी है, इसी बहाने राजनीतिक रोटी भी सेंकी जा रही है।
गुलाम बना रही बीजेपी
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी किसानों को गुलाम बनाने की कोशिश कर रही है। देश में सब कुछ बेचने की कोशिश की जा रही है। निजीकरण और सरकारी कंपनियों को बेचने की नीति पर अखिलेश ने नाराजगी जताई। नौकरी और बेरोजगारी को भी इस सभा में मुद्दा बनाया गया।
बारह पत्थर मैदान में हुई पंचायत
कासगंज किसान पंचायत बारह पत्थर मैदान में हुई, जहां भारी संख्या में किसान और सपा कार्यकर्ता मौजूद रहे। अखिलेश ने इस सभा में कहा कि सरकार किसानों को आतंकवादी कह रही है, जबकि वह अन्नदाता हैं। तीनों काले कानून जबरन किसानों पर थोपने की कोशिश की जा रही हैं। इतने लंबे समय से चल रहे किसान आंदोलन में कई किसान अपनी जान गवां चुके हैं।
अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार से लोग परेशान हो चुके हैं, जल्द ही जनता इसे उखाड़ फेंकेगी। उन्होंने कहा कि सपा इस बार किसी भी बड़े दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। सभी कार्यकर्ता चुनाव की तैयारी में लग गये हैं। अखिलेश ने इस सभा में कहा कि हमें अपने अधिकारों के लिए लड़ना होगा। रोजगार, महंगाई और विकास काफी आवश्यक हैं, आने वाले चुनाव में जनता इसका जवाब देगी।