लखनऊ: एक दौर में छोटे पद के बावजूद रुहेलखंड में सपा के प्रमुख चेहरों में शुमार रहे ब्रह्मस्वरूप सागर ने शनिवार को फिर से सपा का दामन थाम लिया।
कांग्रेस के प्रदेश महासचिव रहे ब्रह्मस्वरूप सागर मंडल के तमाम कांग्रेसियों के साथ सपा में शामिल हुए। अब देखना यह है कि सपा प्रमुख रुहेलखंड में ब्रह्मास्त्र का इस्तेमाल कैसे करते हैं।
रुहेलखंड की राजनीति में है जाना-पहचाना नाम
ब्रह्मस्वरूप सागर रुहेलखंड की राजनीति का जाना पहचाना नाम था। सपा के जिलाध्यक्ष रहे मुलायम सिंह यादव के साथ उनकी बेमिसाल जोड़ी थी। 2007 के विधानसभा चुनाव से पहले दोनों के रिश्तों में खटास आई। इसके बाद ब्रह्मस्वरूप ने बसपा का दामन थाम लिया।
लंबे समय तक बसपा में सक्रिय रहने के बाद 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले वह कांग्रेस में शामिल हुए। शाहजहांपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा मगर सफल नहीं हुए। कांग्रेस नेतृत्व की आम पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के प्रति उपेक्षा से आहत ब्रह्मस्वरूप ने पिछले दिनों पार्टी छोड़ दी थी।
पुरानी पार्टी में हुई घर वापसी, अखिलेश यादव ने किया स्वागत
शनिवार को ब्रह्मस्वरूप सागर मंडल के तमाम कांग्रेसी व दूसरे नेताओं के साथ सपा में शामिल हो गए। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने उनका स्वागत किया। माना जा रहा है कि सपा मुखिया उनको बरेली की किसी विधानसभा से मैदान में उतार सकते हैं।
फरीदपुर विधानसभा में बदल जाएंगे चुनावी समीकरण
ब्रह्मस्वरूप के सपा में आने के बाद फरीदपुर विधानसभा के चुनावी समीकरण बदल जाएंगे। फरीदपुर से इस वक्त भाजपा के प्रोफेसर श्याम बिहारीलाल विधायक हैं।
सपा के पूर्व विधायक डॉ. सियाराम सागर का स्वर्गवास हो चुका है। बसपा के पूर्व विधायक विजयपाल सिंह ने हाल ही में सपा का दामन थामा है। ऐसे में ब्रह्मस्वरूप सागर की एंट्री से तमाम समीकरण बदल जाएंगे।
मंडल में समीकरण बदलने की जिम्मेदारी दे सकती है पार्टी
ब्रह्मस्वरूप सागर की पार्टी और संगठन पर जबरदस्त पकड़ है। सपा में लंबे समय तक काम करने के कारण वह पार्टी की रीति-नीति, कमजोरी-ताकत, अच्छाई-बुराई को ठीक से जानते समझते हैं। मौजूदा और पूर्व पदाधिकारी उनके संपर्क में हैं और उनके अच्छे परिचित हैं।
संगठन की बेहतर समझ के चलते ही बसपा में भी उनके पार्क जोनल कोऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी रही थी। अब देखना यह है कि सपा में वापस लौटे ब्रह्मस्वरूप सागर को पार्टी कहां और कैसे इस्तेमाल करती है।
इन लोगों ने थामा सपा का दामन
ब्रह्मस्वरूप सागर के साथ इंजीनियर अनीस अहमद खां, अरशद खां, मोहम्मद खालिद, अर्जुन सिंह टीटू, विश्वपाल सिंह पाल, अनिल ठाकुर, जितेन्द्र पाल सिंह सोनकर, लल्ला खां मुस्तफा, अली अब्बास, विपिन शर्मा, सुशील शर्मा, खुमान मौर्य, एम चंद्रा, हरी सिंह वर्धान, बंटी कश्यप, इरशाद अंसारी, नक्शे अली, नरेश मिश्रा, सुरेन्द्र चौधरी सपा में आए।
दूसर जिलों के लोग भी शामिल हुए पार्टी में
इसके अलावा शाहजहांपुर के दिनेश गौतम एडवोकेट, विपिन तिवारी, तकवीम हसन खान, अमित प्रियदर्शी, अरीब सईद खां, पीलीभीत के कल्याण सिंह सरोज, अनवर खां, अकरम अंसारी समेत तमाम लोगों ने सपा की सदस्यता ली।
अखिलेश यादव ने फेसबुक पेज पर शेयर की फोटो
सपा मुखिया ने ब्रह्मस्वरूप की ज्वाइनिंग वाली फोटो अपने फेसबुक पेज पर शेयर की है। इस फोटो को अब तक 60 हजार से अधिक लोग लाइक कर चुके हैं। ब्रह्मस्वरूप की ज्वाइनिंग के बाद बरेली में सपा की राजनीति भी गरमा गई है। दोस्ताना-पार्ट टू को लेकर पार्टी में भी तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
कांग्रेस में जमीनी स्तर पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं की कोई कद्र नहीं है। पार्टी की नीतियों से क्षुब्ध होकर मैंने इस्तीफा दे दिया था। अखिलेश यादव युवा हैं। उनके पास प्रदेश के समग्र विकास की सोच है। सबको साथ लेकर चलना जानते हैं। अब मैं अपनी पूरी टीम के साथ बरेली और आसपास के जिलों में पार्टी को मजबूत करने के काम में जुटूंगा। मेरा और मेरी टीम का एक ही मकसद है-2022 में अखिलेश यादव को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाना।
-ब्रह्मस्वरूप सागर, सपा नेता