लखनऊ। सपा में चल रही साइकिल की जंग जीतने के बाद अखिलेश यादव ने पिता का आशीर्वाद भी ले लिया है। अब अखिलेश मंगलवार को कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। राजधानी लखनऊ में अखिलेश यादव सपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर चुनावों की रणनीति पर चर्चा करेंगे।
महागठबंधन की चुनेंगे राह
सपा को प्रदेश की सत्ता पर काबिज रखने के लिए अखिलेश यादव महागठबंधन का रास्ता चुन सकते हैं। अखिलेश कांग्रेस के साथ मिलाकर यूपी चुनाव में उतरेंगे। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक सपा 250 और कांग्रेस लगभग 100 सीटों पर अपना प्रत्याशी उतारेगी। 50 सीटें सहयोगी दलों को दी जाएंगी। जिसमें रालोद, अपना दल(कृष्णा पटेल गुट) महान दल और पीस पार्टी चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस नेता के मुताबिक प्रभारी महासचिव गुलाब नबी आजाद और प्रशांत किशोर मिलकर सीट तय कर चुके हैं, जिन सीटों पर कांग्रेस को चुनाव लड़ना है। इस पर राहुल गांधी की भी सहमति बताई जा रही है। राहुल गांधी, अखिलेश यादव और जयंत चौधरी मिलकर प्रचार करेंगे।
इसका मतलब यह होगा कि राहुल गांधी सपा के उम्मीदवारों के लिए और अखिलेश यादव कांग्रेस के उम्मीदवारों का प्रचार करेंगे। वहीं प्रचार में डिम्पल यादव और प्रियंका गांधी की जोड़ी मिलकर प्रचार करने की भी चर्चा है।
वहीं उत्तर प्रदेश के कांग्रेस प्रभारी गुलाम नबी आजाद कई मौकों पर कह चुके हैं कि इस बार प्रियंका रायबरेली और अमेठी से बाहर निकलकर प्रचार करेंगी।