featured देश यूपी राज्य

अखिलेश ने लगाए केन्द्र सरकार पर आरोप, कहा उत्पीड़न से तंग व्यापारियों को छोड़ना पड़ा देश,

akhilesh new अखिलेश ने लगाए केन्द्र सरकार पर आरोप, कहा उत्पीड़न से तंग व्यापारियों को छोड़ना पड़ा देश,

लखनऊः अखिलेश यादव ने नरेन्द्र मोदी सरकार पर व्यापारियों का उत्पीड़न किए जाने का आरोप लगाते हुए ने कहा कि सरकार की नीतियों से तंग आकर 40 हजार व्यापारी देश छोड़कर विदेश चले गए हैं।

अखिलेश यादव
अखिलेश यादव

व्यापारियों को प्रताडित कर रही है सरकार

पूर्व सीएम ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के व्यापारियों के एक दल से बातचीत में कहा भाजपा की सरकार में नोटबंदी जीएसटी के साथ छापेमारी, नोटिस देने जैसी तमाम यातनाएं व्यापारियों को मिल रही है। व्यापारियों को जेल भी भेजा जा रहा है।

सत्ता के लिए कुछ भी कर सकती है भाजपा

साथ ही यादव ने कहा कि सत्ता में बने रहने के लिए भाजपा कुछ भी कर सकती हैं इसलिए इससे सावधान रहना होगा। वह कोई भी झगड़ा लगा सकती है। अखिलेश ने कहा कि व्यापार और व्यापारी पर संकट की स्थिति में सरकार को मदद करनी चाहिए लेकिन भाजपा को इसकी चिंता नहीं है। 40 हजार व्यापारी भारत को छोड़कर विदेश चले गए हैं।

समाजवादी सरकार ने शुरू किया था डायल 100

अखिलेश ने कहा कि व्यापारियों में लूट, अपहरण और हत्या के कारण भारी असुरक्षा है। उनकी समस्याएं सुनी नहीं जा रही है। प्रधानमंत्री सिर्फ अपने मन की बातें करते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराध नियंत्रण के लिए बनी यूपी डायल 100 व्यवस्था को शिथिल कर दिया क्योंकि उसे समाजवादी सरकार ने शुरू किया था।

ये भी पढ़ें : लखनऊ लूट कांड: अखिलेश ने योगी सरकार को बताया, एनकाउंटर वाली सरकार’

आक्रोशित व्यापारी चुनावों के इंतजार में

इस दौरान अखिलेश ने कहा कि समाजवादी सरकार में मंडियों की व्यवस्था की गई थी जिससे व्यापारी और किसान दोनों को सुविधा होती। उन्होंने कहा व्यापार के लिए नीति, नीयत और सुरक्षा के साथ सुविधा होना आवश्यक है। भाजपा राज में यह सब होना उनके तमाम दावों की तरह असंभव है। इसलिए आक्रोशित व्यापारी 2019 में होने वाले चुनावों के इंतजार में है।

Related posts

मुझे ठीक से पूजा करनी नहीं आती और सीएम को सरकार चलानी नहीं आती- अखिलेश यादव

Pradeep sharma

ईद की नमाज के बाद थाने पर पथराव : मेरठ

Arun Prakash

यूपी में हार के बाद अखिलेश ने तोड़ी चुप्पी, कहा: दूर हो गया भाजपा का आधा भ्रम और छलावा

Neetu Rajbhar