चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन सदन भारी हंगामे की भेट चढ़ गया। विधानसभा में अकाली दल ने किसानों का कर्ज माफ करने की मांग उठाते हुए रोको प्रस्ताव पेश किया, लेकिन स्पीकर ने इसे अस्वीकार कर दिया जिस पर अकाली-भाजपा के विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया और नारेबाजी करने लगे। इन विधायकों के साथ पूर्व मुख्यमंंत्री प्रकाश सिंह बादल भी सदन की वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। इस दौरान अकाली के विधायकों ने काले कपड़े पहने हुए थे। वहीं स्पीकर ने हंगामे को बढ़ता देख सदन की कार्यवाही तो आधे घंटे के लिए स्थागित कर दिया, लेकिन आधे घंटे बाद जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तब भी हंगामा जारी रहा,जिसके चलते आप के विधायक संसद से वाकआउट कर गए।
पंजाब विधानसभा के बजट सत्र की बुधवार को दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा शुरू कर दिया। शिअद के विधायकों ने किसानाें के कर्जमाफी के मुद्दे पर काम रोको प्रस्ताव पेश किया और इस पर तुरंत चर्चा कराने की मांग की। स्पीकर राणा केपी सिंह ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया। इस पर अकाली-भाजपा विधायकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। दाेनों दलों के विधायक हंगामा करते हुए सदन के बेल में आ गए। इसी दौरान पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल भी सदन में पहुंचे और हंगामा कर रहे विधायक के बीच बेल में पहुंच गए। शिअद और भाजपा विधायकों का कहना था कि कांग्रेस सरकार ने कर्जामाफी को लेकर किसानों को छला है।
उनका कहना है किसानों का पूरा कर्जामाफ करने का वादा किया गया था और अब कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार इससे मुकर रही है। इस कारण इस मुद्दे पर चर्चा करानी जरूरी है और सदन में काम रोको प्रस्ताव पर तुरंत बहस हो। स्पीकर ने उनके तर्क को नहीं माना और काम रोको प्रस्ताव को खारिज कर दिया। इसके बाद शिअद और भाजपा विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। स्पीकर ने बेल में आकर हंगामा कर रहे अकाली और भाजपा विधायकों काे शांत होने और अपनी सीटों पर जाने को कहा, लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद शोर शराबे की वजह से स्पीकर ने कार्यवाही को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया।