चंडीगढ़। पंजाब की अमरिंदर सिंह सरकार द्वारा किसानों की कर्जमाफी का वादा करने के बाद उससे मुकरने का आरोप लगाने वाली अकाली-भाजपा ने सरकार को घेरने के लिए विधानसभा को चुना था, जिसके लिए सैकड़ो अकाली-भाजपा कायकर्ता विधानसभा का घेराव करने के लिए पहुंच रहे थे,लेकिन पुलिस ने उन्हें सैक्टर 12 के पास रोक लिया। इस दौरान जबरन आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए पानी की बौछारें की, लेकिन कार्यकर्ता फिर भी वहां से ठस से मस नहीं हुए और विधानसभा को घेरने के लिए आगे बढ़ने का प्रयास करने लगे।
इसके बाद पुलिस ने अकाली नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल, बिक्रम सिंह मजीठिया, केंद्रीय मंत्री विजय सांपला सहित सैकड़ों नेताओं को हिरासत में ले लिया। वहीं दूसरी तरफ कार्यकर्ताओं ने सैक्टर 25 के रैली ग्राउंड में सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। रैली को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल, पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल, बिक्रम सिंह मजीठिया, भाजपा के पंजाब प्रधान विजय सांपला कैप्टन अमरिंदर सरकार पर जमकर बरसे। अकाली-भाजपा नेताओं ने कहा कि यह सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है।
राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति चौपट है। वहीं, अकाली-भाजपा नेता विधानसभा तक न पहुंच पाएं इसके लिए पुलिस ने कड़े इंतजाम किए हैं। इंटेलिजेंस, सीआइडी, ट्रैफिक पुलिस, पीसीआर, आइआरबी टीम सहित संबंधित थाना व चौकी पुलिस की ड्यूटी तय की गई है। यूटी पुलिस ने विधानसभा की ओर बढ़ रहे कार्यकर्ताओं को -12 में रोका। पुलिस को रोकने के लिए हल्का बल प्रयोग व पानी की बौछारें छोड़नी पड़ी। कार्यकर्ता आगे बढ़ने का प्रयास करते रहे। पुलिस का कहना है कि वह शहर में कानून व्यवस्था की स्थिति को खत्म होने नहीं देगी। बाद में नेताओं को हिरासत में ले लिया गया।