लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सियासी गलियारे में मौजूदा समय में एके शर्मा यानी अरविंद कुमार शर्मा का नाम लगातार चर्चा में बना हुआ है। भाजपा एमएलसी शर्मा के योगी मंत्रिमंडल में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि गुजरात कैडर के पूर्व आइएएस अधिकारी एके शर्मा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबंध बहुत घनिष्ठ हैं। अरविंद कुमार शर्मा को पीएम मोदी का विश्वासपात्र माना जाता है। अमेरिका और नरेंद्र मोदी के रिश्तों को सुधारने में भी एके शर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है।
देश-विदेश के दौरे पर साथ जाते थे एके शर्मा
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जाता है कि नरेंद्र मोदी ने अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान देश-विदेश के जितने भी दौरे किए, एके शर्मा उनके साथ जरूर मौजूद रहे। सिर्फ यही नहीं नरेंद्र मोदी जब भी कानूनी पचड़ों में फंसे, तब उनकी मदद अरविंद शर्मा ने ही की।
अमेरिकी एंबेसडर को लाए थे गांधीनगर
वर्ष 2002 में गुजरात दंगों के कारण नरेंद्र मोदी और अमेरिका के बीच संबंध अच्छे नहीं थे। उनके वीजे पर रोक के कारण वह काफी समय तक अमेरिका भी नहीं जा सके थे। मगर, मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जाता है कि एके शर्मा नें दोनों के बीच के रिश्ते को ठीक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अरविंद कुमार शर्मा वर्ष 2014 में अमेरिकी राजदूत नैन्सी पावल को गांधीनगर लेकर आए थे, जिसके बाद चीजें ठीक होना शुरू हो गईं।
VRS लेकर भाजपा में हुए शामिल
बता दें कि अरविंद कुमार शर्मा ने गुजरात में वर्ष 2001 से लेकर वर्ष 2013 तक नरेंद्र मोदी के साथ विभिन्न पदों पर कार्य किया। एके शर्मा ने इसी वर्ष VRS लिया और फिर 14 जनवरी को लखनऊ में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की। इसके बाद विधान परिषद सदस्य (MLC) बनाए गए।