नई दिल्ली। आर्थिक मंदी के चलते संकट से जूझ रही एयर इंडिया ने सात महीने से देश की तीन बड़ी तेल कंपनियों का लगभग 4,500 करोड़ का भुगतान नहीं किया है। इंडियन ऑयल कॉर्प (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉर्प लिमिटेड (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्प लिमिटेड (HPCL) ने गुरुवार दोपहर को छह हवाई अड्डों कोच्चि, पुणे, पटना, रांची, विजग और मोहाली में एयर इंडिया को जेट ईंधन या एटीएफ आपूर्ति बंद कर दी।
एक रिपोर्ट के अनुसार एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “एयर इंडिया के पास 90 दिनों की क्रेडिट अवधि है, जिसका अर्थ है कि उन्हें 21 नवंबर तक खरीदे जाने वाले ईंधन के लिए भुगतान करना होगा। तीनों कंपनियों का लगभग 4,500 करोड़ के करीब बकाया है।
आईओसी, बीपीसीएल और एचपीसीएल ने एक सप्ताह से अधिक समय पहले संयुक्त रूप से एयर इंडिया को लिखा था कि वह बकाया राशि का भुगतान करने में विफल रहे हैं। जिस कारण उन्हें कार्रवाई करने के लिए विवश होना पड़ा है। अधिकारी ने कहा, “एयर इंडिया स्पष्ट बकाया राशि प्रदान करने में विफल रही, जिससे हमें आपूर्ति बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा।”
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि एयर इंडिया को सरकार से वित्तीय सहायता मिलती है जबकि तेल कंपनियों के लिए ऐसी कोई मदद नहीं है। वर्तमान में सरकार केवल एलपीजी पर कुछ सब्सिडी प्रदान करती है ताकि गरीबों को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन प्रदान करने की अपनी महत्वाकांक्षी उज्ज्वला योजना को रोल आउट किया जा सके। सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के माध्यम से आपूर्ति की जाने वाले मिट्टी के तेल पर भी सब्सिडी है।