नई दिल्ली। एअर इंडिया ने अपने डायरेक्टर 5कैप्टन अरविंद कथपालिया को रविवार को कथित रूप से प्री-फ्लाइट एल्कोहल टेस्ट में विफल हो गए, इसके बाद उन्हें ‘उड़ने के लिए उपयुक्त नहीं’ घोषित किया गया। वह एअर इंडिया की उड़ान पर दिल्ली से लंदन जाने के लिए तैयार थे। कथपालिया दूसरी बार परीक्षण में असफल रहे। इससे पहले 19 जनवरी, 2017 को उनका टेस्ट ‘पॉजिटीव’ आया था। कैप्टन कठपालिया को रविवार दोपहर एअर इंडिया की उड़ान AI-111 को नई दिल्ली से लंदन लेकर जाना था।
इस संबंध में इंडियन कमर्शियल पायलट्स एसोसिएशन ने एयर इंडिया पायलट अरविंद कथपालिया के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय को लिखा है। 2017 में नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) द्वारा उड़ान से पूर्व ब्रेथ एनालाइजर परीक्षण न कराने पर कठपालिया का उड़ान लाइसेंस तील महीने के लिए निलंबित कर दिया गया था। बाद में उन्हें कार्यकारी निदेशक, संचालन के पद से हटा दिया गया था।
वहीं विमान नियमों के नियम 24 में चालक दल के सदस्यों के उड़ान के शुरू होने से 12 घंटे पहले तक शराब पीने पर पाबंदी है और उड़ान भरने से पहले और उसके बाद उनका शराब परीक्षण कराना अनिवार्य है। नियमों के अनुसार अगर तीसरी बार इसका उल्लंघन किया जाता है तो पायलट का लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा। एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में विभिन्न हवाई अड्डों पर अपनी उड़ानों से पहले तीन साल के दौरान 132 पायलट नशे में पाए गए। 2015 में 43 ऐसे पायलट पकड़े गए, और 2016 में 44 पायलट उड़ने से पहले नशे में पकड़े गए। 2017 में लगभग ऐसी 45 घटनाएं दर्ज की गई थीं।