भारतीय वायुसेना के पूर्व एयर चीफ मार्शल पीवी नाइक ने हो रही कश्मीर घाटी में हिंसा की वारदातों को लेकर अहम बाते कही हैं। इसके साथ राज्य सरकार पर कुछ आरोप लागये है। चीफ मार्शल ने कहा की जम्मू कश्मीर के सभी सीमावर्ती इलाकों में रेड जोन बनाए जाऐ और वही से हवाई हमले कर आतंकियों को ढेर किया जाए। साथ ही पूरे राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की बात भी कही उनका कहना है की अब वो वक्त आ गया है सरकार को इस मुद्दे पर ठोस कदम उठाने की जरुरत है।
नाइक ने ये बयान इस वक्त दिआ है जब मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ एक साथ अस्ताना में थे। कुछ समय पहले ही थलसेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने आतंकियों के खिलाफ कठोरता से निपटने की भी बात कही। जिस वक्त में सेना पर हमले होते है उस वक्त हम अपने जवानों को विरोध में हमला ना करने को नहीं कह सकते है।
रिटायर्ड एयर वाइस मार्शल कपिल काक उनके इस बयान का समर्थन नहीं कर रहे है। उनका कहना है की अगर हम नाइक के ब्यान पर अमल करके खुद को युद्ध में डाल देना है। यह दस किमी का एरिया पाकिस्तान का होगा या भारत का होगा,अगर हम भारत के दस किमी अंदर तक रेड जोन बनाए और वहां से हवाई हमले करेंगे तो ऐसे में आम नागरिक को नुकसान होगा और लोगों की जानमाल का भी खतरा है। अगर यह इलाका पाकिस्तान का हो तो खुले आम युद्ध कर सकते है जिससे कोई फायदा नही होगा।
कपिल काक ने कहा है की आपस में बातचीत करके ही इस समस्या को सुलझा लेना चाहिए। जम्मू कश्मीर में नाइक के बयान को लेकर कोई भी कदम उठाना आम लोगों के जान माल से खेलना होगा। 2017 में घुसपैठ करने कुल 22 प्रयासों को भारतीय जवानों ने नाकाम किया है और 34 आतंकियों को मार गिराया गाय है। भारतीय सैना घुसपैठियों को रोकने में सफल हो रही है।