संवाददाता, लखनऊ। चुनाव का बड़ा ही दिलचस्प मामला ये है कि इसमें किसी भी नेता को कुछ भी बोलने की छूट होती है, हाल ही में कई नेताओं को चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद 24 से 48 घंटे का बैन लगाया था। इस लिस्ट में शामिल थे आजम खान।
नवाबों के किरदार को खुद में उतारने की कोशिश करने वाले आजम खान को उन्हीं की भाषा में जवाब देने के लिए एक और नेता कूद पड़े हैं, नाम है सुनील भराला….
सुनील भराला श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष हैं और कानपुर देहात व अकबरपुर के चुनाव प्रभारी हैं….. उन्होंने आजम खान पर एक जवाबी फायर झोंका है। दरअसल आजम खान ने एक बयान में कहा था कि वो अफसरों से मायावती के जूते साफ करवाएंगे तो इसपर जवाबी बचाव करते हुए सुनील भराला ने यह बयान दे डाला।