नई दिल्ली। अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर खरीद घोटाले में गिरफ्तार हुए तीनों लोगों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। जहां पर सीबीआई इन्हें 14 दिन तक रिमांड में लेने की कोशिश करेगी।सीबीआई ने शुक्रवार को पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी सहित संजीव त्यागी और गौतम खेतान को हिरासत में लिया था। इन सभी पर वीवीआईपी 12 हेलीकॉप्टरों की खरीद सुनिश्चित करने के लिए 436 करोड़ रुपए की रिश्वत लेने का आरोप है। सीबीआई के अुनसार इन लोगों के खिलाफ ठोस सबूत मिलने के बाद ही कार्यवाई की गई हालांकि प्राथमिक पूछताछ में किसी भी तरह की बात का खुलासा नहीं हुआ।
बता दें कि ये ऐसा पहला मामला है कि घोटाले के चलते किसी सेना के अफसर को गिरफ्तार किया गया हो। सीबीआई के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि 5 देशों से आए लेटर रोगेटरी के जवाबों के आधार पर अभी तक 50 मिलियन यूरो की दलाली की रकम के लेने देन के सबूत मिले है। इस केस के संबंध में कुछ महीने पहले टीम इटली भी गई थी जहां पर उसने केस से संबंधित जांच पड़ताल भी की थी।
जानिए क्या है मामला?
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत देश के तमाम वीवीआईपी लोगों के इस्तेमाल करने के लिए फरवरी 2010 में अगस्ता वेस्टलैंड 101 हेलीकॉप्टरों का समझौता हुआ था। भारत सरकार और इटली की रक्षा कंपनी फिनमैकानिक के बीच हुआ। प्रतिस्पर्धा में सिर्कोस्की एस-92 सुपरहॉक भी शामिल था, लेकिन अंतिम बाजी अगस्ता वेस्टलैंड ने मारी थी। यह पूरा समझौता 3,546 करोड़ रुपए का था।
12 हेलीकॉप्टरों की सप्लाई में से 3 तो इटली से हो गई लेकिन बाकि बचे 9 हेलीकॉप्टरों की डिलीवरी पर रोक लग गई, जिसके बाद केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने इस सौदे की सीबीआई जांच के आदेश दिए। जांच रिपोर्ट आने के बाद इटली में फिनमैकानिका कंपनी के सीईओ को गिरफ्तार किया गया। फिनमैकानिका के सीईओ पर आरोप है कि उसने बिचौलिए की मदद ली और उन्हें 50 यूरो दिए। इस रकम का बंटवारा इटली सहित भारत में हुआ जिसमें एपपी त्यागी सहित , संजीव त्यागी और गौरव खेतान का नाम सामने आया।