आगराः उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में बिजली का बिल नहीं जमा करने का कारण बिजली विभाग ने पूरे गांव की बत्ती गुल कर दी। दो दिनों से बिना बिजली के ग्रामीणों का जीवन बेहाल हो गया है। बिजली नहीं मिलने की वजह से गांव वालों को काफी समस्याएं उठानी पड़ रही हैं।
वहीं, बिजली न आने के कारण गांव में पानी नहीं मिल रहा है, जिसकी वजह से ग्रामीण और पशुओं का प्यास से बुरा हालत है। गांव वाले लगातार विद्युत अधिकारियों से बात कर रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। वहीं, आधिशासी अभियंता सुनील चंद का कहना है कि गांव वाले बिल जमा कर दे तो कनेक्शन जोड़ दिया जायेगा।
पूरा मामला किरावली क्षेत्र के भरंगरपुर ग्राम पंचायत विद्यापुर दलित आबादी गांव का है। इस गांव में 100 से 125 दलित परिवार रहते हैं। दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड द्वारा इस गांव में बिजली की सप्लाई की जाती है। गांव वालों का कहना है कि बीते बुधवार को करीब 30-35 लोग बिजली विभाग के उनके गांव पहुंचे और ट्रांसफार्मर से पूरे गांव की लाइट काट दी। गांव वालों ने जब इसका विरोध किया तो उनके साथ तैनात सुरक्षा गार्डों ने उन्हें हड़का कर भगा दिया। गांव वालों का कहना है कि जिन लोगों के बिजली के बिल जमा हैं, उनका भी कनेक्शन काट दिया गया है।
बिन बिजली बूंद-बूंद के लिए तरस रहे ग्रामीण
दो दिनों से गांव में बिजली नहीं आने के कारण गांव वाले प्यास से व्याकुल हो गए हैं। गांव वालों के साथ-साथ उनके मवेशियों को भी प्यास से तड़पना पड़ रहा है। गांव वालों का कहना है बिजली के न होने से रात काटना बेहद मुश्किल हो रहा है। भीषण गर्मी और मच्छरों के काटने से बच्चे बीमार पड़ रहे हैं। अगर बिजली की व्यवस्था जल्दी नहीं हुई तो इससे बहुत नुकसान होगा। बता दें कि ग्रामीणों का ये वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है।
अधिकारियों ने दिया ये जवाब
अधिशाषी अभियंत सुनील चंद का साफ कहना है कि ग्रामीणओं ने लंबे समय से बिजली का बकाया बिल जमा नहीं किया है, जिसके कारण गांव में शिविर लगाया गया था, ताकि गांव वाले आसानी से बिजली का बिजल जमा कर दें। जब बिल जमा हो जायेगा तो कनेक्शन जोड़ दिया जायेगा।
वहीं, गांव वालों का कहना है कि दलित आबादी होने का कारण हमारा पेश मेहनत मजदूरी करके पेट पालना है। मजदूरी से बराबर पेट नहीं भरता है। जबकि बिजली का बिल 80 हजार से एक लाख तक है। इतना अधिक पैसा कहां से और कैसे चुकाएं।