लखनऊ। अपने विवादित बयानों के लिए खबरों की सुर्खियां बटोरने वाले समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल ने पीएम मोदी के खिलाफ जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल किया है। अग्रवाल ने लखनऊ में आयोजित अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के अधिवेशन में पीएम के खिलाफ जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल किया, जिसके बाद सभा में हंगामा शुरू हो गया है। दरअसल सम्मेलन में अग्रवाल ने कहा कि पीएम मोदी की जाति वैश्य समाज का हिस्सा नहीं और मैं उसे वैश्य समाज का हिस्सा मानने से इंकार करता हूं।
इतना ही नहीं उन्होंने अपने सहयोगी कांग्रेस को भी नहीं बख्शा। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री पं जवाहरलाल नेहरू पर कटाक्ष करते हुए कहा कि नेहरू परिवार ने गांधी परिवार का राजनीति में अस्तित्व ही खत्म कर दिया है। वहीं पीएम मोदी को लेकर बोलने पर सम्मेलन में उपस्थित साहू समाज के लोगों ने जमकर हंगामा किया और नरेश अग्रवाल से माफी मांगने को कहा। हंगामे को देखते हुए सम्मेलन को तत्काल स्थगित करना पड़ा। सम्मेलन स्थागित होने के बाद अग्रवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैंने जो कहा है वो कोई नई चीज नहीं है क्योंकि हर आदमी की कोई न कोई जाति होती है। कोई नेता जाति छुपा लेते हैं और उनकी जाति बाद में जनता को बतानी पढ़ जाती है।
उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री की जाति की बात नहीं करते, जनता की जाति की बात करते हैं। नेहरू और कांग्रेस पर दिए अपने बयान पर अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस ने जितना वैश्य समाज को नकारा है, उतना किसी और ने नहीं किया। मैं जब तक कांग्रेस में रहा उपेक्षित रहा। सम्मेलन में उठे विरोध को उन्होंने बीजेपी के लोगों का विरोध बताया। बताते चलें कि लखनऊ के हजरतगंज इलाके में होटल इंडिया अवध में वैश्य समाज द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें सपा नेता व राज्यसभा सदस्य नरेश अग्रवाल मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित थे।