नई दिल्ली। 26 मई साल 2014 में करीब तान साल पहले बनी नरेंद्र मोदी की सरकार सत्ता में आई थी। एनडीए की सरकार को आए तीन चाल हो चुके हैं और इन तीन सालों में किए गए अपने कामों को लेकर सरकार अब तक उनका गुणगान कर रही है और साथ ही विपक्ष सरकार के नाकामियों का भी भांड़ा फोड़ने का दावा कर रही है। इसी बाच सर्वे किया गया तो उसमें सामने आया कि अगर आज चुनाव कराए जाएं तो मोदी सरकार दोबारा से सत्ता में आ सकती है। एनडीए के वोट शेयर में 7 फीसदी का इजाफा हो सकता है।
किसे मिलेंगी कितनी सीटें
एनडीए-331 2014 में- 335
यूपीए-104 2014 में-60
अन्य-108 2014-148
(1 मई से 15 मई के बीच 19 राज्यों की 146 विधानसभा सीटों पर सर्वे हुआ। इसमें 11373 लोगों की राय ली गई।)
पूर्वी भारत में होगा फायदा
सर्वे के मुताबिक बिहार, प. बंगाल, ओडिशा, झारखंड और पूर्वोत्तर के राज्यों में एनडीए को 142 में से 71 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है, जो 2014 के मुकाबले 16 ज्यादा है। यूपीए को तीन सीटों के नुकसान के साथ 25 सीटें मिल सकती हैं। इसका ओडिशा, बंगाल और असम में एनडीए को फायदा हो सकता है। बिहार, झारखंड और उत्तर भारत में नुकसान बिहार और झारखंड में उसे कुछ सीटों का नुकसान हो सकता है।
बता दें कि बिहार में भ्रष्टाचार के आरोपों से लालू यादव को कोई खास नुकसान नहीं पहुंचेगा। वहीं दिल्ली, हरियाणा, पंजाब जैसे उत्तर भारत के राज्यों में एनडीए को कुछ सीटों का नुकसान हो सकता है। यहां कुल 151 सीटों में एनडीए को 116 सीटें मिल सकती हैं जो 2014 के मुकाबले 15 कम है। यूपीए को 15 सीटें मिल सकती हैं जो पहले से 9 ज्यादा है।
पश्चिम-मध्य भारत में भी हो सकता है नुकसान
साथ ही गुजरात, एमपी में एनडीए को मामूली घाटा हो सकता है। पश्चिम-मध्य भारत में कुल 118 सीटें हैं जहां एनडीए को 105 सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है। जबकि 2014 में उसे यहां 109 सीटें मिली थीं। इस क्षेत्र में यूपीए को 12 सीटें मिल सकती हैं जो 2014 के मुकाबले 3 ज्यादा है। पश्चिम मध्य भारत में एनडीए का वोट शेयर बढ़ सकता है। सर्वे में इस क्षेत्र में एनडीए को 56 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है जो 2014 के मुकाबले 3 प्रतिशत ज्यादा है। दक्षिण भारत में फायदासर्वे के मुताबिक दक्षिण भारत की कुल 132 सीटों में एनडीए को 39 सीटें मिल सकती हैं जो 2014 के मुकाबले सिर्फ एक कम है। एनडीए को आंध्र प्रदेश और केरल में फायदा हो सकता है। यूपीए को 52 सीटें मिल सकती हैं जो 2014 के मुकाबले 29 ज्यादा है।