नई दिल्ली : एम करुणानिधि के निधन की खबर से पूरे तमिलनाडु में उनके समर्थकों में मातम छा गया। कावेरी अस्पताल के बाहर जमा भारी भीड़ में शामिल लोग भावुक हो गए और बुरी तरह रोते बिलखते दिखे। वहीं, कुछ गुस्साए समर्थकों ने अस्पताल के बाहर तोड़फोड़ भी की।
समर्थकों ने की तोडफोड
वहीं समर्थकों की तोडफोड को देखने के बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। निधन की खबर फैलते ही दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हो गए। द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन ने लोगों से शांति की अपील की है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और लोगों से कहा है कि वे हिंसा में शामिल होकर कलाइगनार की विरासत का अपमान नहीं करेंगे?
‘तलाइवा उठो और आओ’ के नारे से गूंजा अस्पताल परिसर
अस्पताल के बाहर कुछ लोग बेहोश हो गए, जबकि कुछ बदहवास होकर अपनी छाती पीटने लगे। रोने-चीखने के बीच ‘तलाइवा उठो और आओ’ के नारे से पूरा वातावरण गूंज उठा। भीड़ में से कुछ लोग मोबाइल फोन की लाइट जलाकर अपने नेता के प्रति श्रद्धा व्यक्त कर रहे थे।
सरकार ने दो एकड़ जगह की पेशकश की
करुणानिधि को दफनाने के लिए मरीना बीच पर जगह देने के द्रमुक के आग्रह को तमिलनाडु सरकार ने खारिज कर दिया। सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री सी राजगोपालाचारी और के कामराज की समाधि के नजदीक ही करुणानिधि को दफनाने के लिए दो एकड़ जगह की पेशकश की है।
एमके स्टालिन ने सीएम को पत्र लिखकर की मांग
एमके स्टालिन ने सीएम को पत्र लिखकर मरीना बीच पर सीएन अन्नादुराई के समाधि स्थल के पास ही करुणानिधि को दफनाने की जगह मांगी थी। सरकार का कहना है हाईकोर्ट में कई मामले लंबित होने की वजह से यह संभव नहीं है। जयललिता और एमजी रामचंद्रन के समाधि स्थल भी मरीना बीच पर ही हैं।
ये भी पढ़ें :
डीएमके प्रमुख और तमिलनाडु के पूर्व सीएम एम करुणानिधि का कावेरी अस्पताल में हुआ निधन
करुणानिधि की सेहत है बेहद नाजुक, काम नहीं कर रहे शरीर के कई अंग
प्रेम प्रसंग के चलते छात्रा ने की आत्महत्या की कोशिश, अस्पताल में भर्ती
by ankit tripathi