व्यापारी मनीष गुप्ता का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि गोरखपुर से सटे संत कबीर नगर के धनघटा थाने में एक और मामला सामने आ गया है। यहां के पुलिस पर आरोप है कि उन्होंने थाने में बंद करके एक व्यापारी को इतना मारा की वह पूरी तरीके से घायल हो गया गंभीर हालत में घायल को एसएचओ के द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाते हैं। जहां पर उनकी स्थिति नाजुक देखते हुए उन्हें संत कबीर नगर जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया जाता है। वहां उनको पुलिस छोड़ कर भाग जाती है इसके बाद परिजन जिला अस्पताल ले जाते हैं।
जहां पर मरीज की हालत को गंभीर बताते हुए मरीज को बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के लिए रेफर कर दिया गया। जहां पर वह अपनी जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। यह पूरा मामला धनघटा थाना क्षेत्र के लहुरे गांव का है। जहां पर शैलेंद्र वर्मा प्रदीप कुमार वर्मा को एक सिपाही आता है बोलता थाने पर आइए वहां जैसे ही पहुंचते हैं। वहां पहले से मौजूद विपक्ष राजकुमार वर्मा बोलता है। यही है उसके उपरांत पुलिस वाले कॉलर पकड़ कर उस दुकानदार को गाली देते हुए धकेल के अंदर ले जाते हैं। जिस पर शैलेंद्र वर्मा बोलते हैं हम कोई क्रिमिनल हैं। हमारे साथ इस तरह का दुर्व्यवहार क्यों किया जा रहा है।
बता दें कि उसके तुरंत बाद मौजूद सिपाही हाथ उठाना शुरू कर देता हैं। वहां मौके पर एसएचओ साहब भी मौजूद होते वह भी एक तमाचा जोर से मारते हैं इसके उपरांत वहां मौजूद 10 से 15 सिपाही इनको जमीन पर गिरा के लात घुसा से पीटते हैं। उस मार से यह बेहोश हो जाते हैं शैलेंद्र वर्मा बुरी तरीके से जख्मी हो गए। जिनका इलाज बीआरडी मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। पुलिस पर संगीन आरोप लगे हैं कि उन्होंने थाने में बंद कर शैलेंद्र वर्मा को इस कदर मारा की व्यापारी की हालत गंभीर हो गई। जिसके बाद उसे गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।