शर्मनाक: एमपी में निर्भया जैसी दरिंदगी, गैंगरेप के बाद प्राइवेट पार्ट में डाली लोहे की राॅड

मध्य प्रदेश। यूपी हो या एमपी, महिलाएं कहीं सुरक्षित नहीं हैं। सरकारे आती हैं वादे करती है और चली जाती है लेकिन महिलाओं की सुरक्षा की बात करें तो हालात जस के तस बने हुए हैं। दिल्ली की निर्भया कांड को याद करते ही रूह कांप जाती है। निर्भया के दोषियों को तो मौत की सजा मिली लेकिन अपराधियों में इसका कोई खौफ नहीं है। आय दिन अलग अलग राज्यों में निर्भया कांड जैसी वारदात होती रहती है।
सोमवार को मध्य प्रदेश से सनसनीखेज वारदात सामने आई है। मध्य प्रदेश में निर्भया गैंगरेप जैसी वारदात हुई है जिसे जानकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। कथित तौर पर चार लोगों ने एक अधेड़ महिला से बलात्कार किया और फिर उसके बाद दरिंदों ने पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में लोहे की रॉड डाल दी। घटना शनिवार की देर रात जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर अमलिया थाना क्षेत्र में हुई है।
पुलिस के अनुसार पीड़ित महिला के पति की लगभग चार साल पहले ही मौत हो चुकी है। वो अपने दो नाबालिग बच्चों और अपनी बहन के साथ एक झोपड़ी में रहती थी। महिला वहीं एक छोटी सी दुकान चलाती थी। पुलिस के अनुसार शनिवार देर रात आरोपी उसके घर आए और पानी मांगा। जब महिला ने पानी देने से मना कर दिया तो वे झोपड़ी में घुस गए और बारी-बारी से बलात्कार किया। दरिंदे इस पर भी नहीं माने और फरार होने के पहले उन्होंने पीड़िता के निजी अंगों में लोहे की रॉड डाल दी।
पीड़िता को एक ऑटोरिक्शा में अमलिया पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में शुरुआती इलाज के बाद उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद पीड़िता को बेहोशी की हालत में बेहतर इलाज के लिए तुरंत रीवा के संजय गांधी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। अस्पताल के गायनो विभाग की एचओडी डॉ कल्पना यादव ने बताया, ”महिला को गंभीर हालत में सीधी से यहां लाया गया था, उसकी हालत ख़राब थी। गुप्तांगो में रॉड की वजह से अंदरूनी चोट थी जिसकी सर्जरी की गयी है, अभी वह खतरे से बाहर है और इलाज जारी है।”
रीवा रेंज के आईजी उमेश जोगा ने बताया कि पीड़िता के परिवार की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पीड़ित महिला के ही गांव के रहने वाले हैं। पुलिस ने धारा 376, 324, 542, 34 के तहत मामला दर्ज किया है। इस घटना को जिन आरोपियों ने अंजाम दिया है उनकी पहचान लल्लू कोल, भाईलाल पटेल और 2 अन्य लोगों के रूप में हुई है। मामले की जांच सर्वोच्च प्राथमिकता पर की जा रही है।