रेलवे में नौकरी की मांग कर रहे अप्रेंटिस के छात्रों का प्रदर्शन अब खत्म हो चुका है और छात्रों ने सेंट्रल लाइन को खाली कर दिया है। आज सुबह से ही छात्र यहां माटुंगा और छत्रपति शिवाजी टर्मिनल रेलवे स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक को जाम करे बैठे थे और अब आखिरकार 4 घंटे के प्रदर्शन के बाद ट्रैक को खाली कर दिया है। सुबह से प्रदर्शन के चलते राज्य में आम लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। छात्र यहां लगातार मौके पर रेल मंत्री पीयूष गोयल को बुलाने की मांग कर रहे थे। इस प्रदर्शन के चलते सेंट्रल रेलवे की 30 ट्रेनें रद्द कर दी गई थी ऊपर से आज ओला और ऊबर कर्मचारी भी हड़ताल पर हैं जिस वजह से आम लोगों को अपने रोज़मर्रा के कामों पर जाने के लिए भी बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
प्रदर्शन पर आए एक छात्र ने कहा, ”पिछले चार साल से कोई भर्ती नहीं हुई है। हम एक जगह से दूसरी जगह लगातार संघर्ष कर रहे हैं। 10 से अधिक छात्र आत्महत्या कर चुके हैं। हम ऐसा होने नहीं दे सकते।”अन्य छात्र ने कहा, ‘हम यहां से तब तक नहीं हटेंगे जब तक रेल मंत्री पीयूष गोयल हमसे आकर नहीं मिलते। डीआरएम (मुंबई डिविजन के मंडल रेल प्रबंधक) से किए हमारे सभी अनुरोध अनसुने रहे हैं।’
मध्य रेलवे के प्रमुख पाआरओ सुनाल उदासी ने कहा, ”जीआरपी और आरपीएफ जवानों के साथ मिलकर मुंबई पुलिस छात्रों से बातचीत कर रही है और रेलवे की प्राथमिकता पटरी खाली कराना है।’’ छात्र अपने हाथ में तख्तियां लेकरनारे लगाते हुए जीएम कोटा के तहत एक बार में निपटारा करने की मांग कर रहे हैं और उन्होंने कहा कि वे सरकार से नौकरी की मांग कर रहे हैं।”
बहरहाल छात्रों का प्रदर्शन खत्म हो चुका है। लेकिन छात्रों का इस प्रदर्शन के बाद एक बार फिर से केंद्र की मोदी सरकार के वादों को ना पूरा करने की ओर इशारा कर रहा है आपको याद हो तो 2014 के आम चुनाव में बीजेपी के अहम वादों में एक वादा बेरोजगारी खत्म करने का भी था।