नई दिल्ली। जैसा कि सभी जानते हैं भारत सरकार द्वारा आत्मनिर्भर बनने पर जोर दिया जा रहा है। इसके साथ ही देश की रक्षा शक्ति मजबूत करने के लिए अथक प्रयास किए जा रहे हैं। इसके साथ ही आज बेंगलूरू में एयरो इंडिया शो के 13वें संस्करण का आज से आगाज हो गया है। इसमें देश से लेकर विदेशों तक की कंपनियों ने हिस्सा लिया है। जिसके चलते इस बार सबसे अधिक देश विदेश की करीब 600 कंपनियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। जो अपने आप में रिकाॅर्ड है। इसके साथ ही बता दें कि एशिया के सबसे बड़े इस एयरो इंडिया शो का आयोजन दो साल में एक बार किया जाता है। जिसमें देश और विदेश की तमात कंपनिया हिस्सा लेती हैं।
आसमान में गरजते दिखे भारत के लड़ाकू विमान-
बता दें कि रक्षा क्षेत्र में आज का दिन भारत के लिए बेहद खास है। क्योंकि कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में पूरी दुनिया आसमान में आत्मनिर्भर भारत की उड़ान देख रही है। शौर्य के साथ सटीक हमला, पराक्रम के साथ आक्रामकता और रफ्तार देख रही है। इसके साथ ही 5 फरवरी तक चलने वाले एयरो-शो में आत्मनिर्भर फॉर्मेशन से शुरूआत हुई। इसके साथ ही इस शो में रूस की मदद से भारत में ही तैयार किए जा रहे सुखोई लड़ाकू विमान भी आसमान में गरजते दिखाई दिए। वायुक्षेत्र में भारत के बढ़ते दबदबे की ही देन है कि दुनिया की हर बड़ी रक्षा कंपनी अब मेक इन इंडिया के तहत ही भारत में हथियारों का निर्माण करना चाहती हैं।
रक्षा मंत्री ने जताई खुशी-
इसके साथ ही इस कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ ने कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि HAL को 83 नए स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) के विकास के ऑर्डर मिले हैं . भारतीय वायु सेना से तेजस MK1A का मूल्य 48000 करोड़ रुपये से अधिक है। यह अब तक का सबसे बड़ा मेक इन इंडिया डिफेंस कॉन्ट्रैक्ट है।