भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी की पार्थिव शरीर के दर्शन करने वालों का तांता उनके सरकारी आवास 6/A कृष्णा मेनन मार्ग पर लगा है।आपको बता दें कि अटल जी के दोस्त रहे लालकृष्ण आडवाणी श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे लेकिन वह इतने भावुक थे कि उनके कदम आगे नहीं बढ़ रहे थे।आडवाणी के चेहरे का भाव स्पष्ट बता रहा था। आडवाणी ने आज अपना सबसे सच्चा साथी खो दिया है।पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित करने के बाद आडवाणी के पैर थम गए। वो खुद को संभालते हुए किसी तरह वाजपेयी के चेहरे तक पहुंचे।
अटल बिहारी वाजपेयी शाकाहार भोजन को लेकर कभी हठधर्मी या कट्टरपंथी नहीं रहे
सोनिया गांधी भी वाजपेयी को आखिरी विदाई देने के लिए कृष्णा मेनन मार्ग पर पहुंचीं थी
वहीं विपक्ष की सोनिया गांधी भी वाजपेयी को आखिरी विदाई देने के लिए कृष्णा मेनन मार्ग पर पहुंचीं थी।
और कांग्रेस नेता गुलाब नबी आजाद भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे।आपको बता दें कि ऐम्स में राहुल गांधी,
सोनिया गांधी समेत कांग्रेस के कई नेता अटल जी को देखने गए थे।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रद्धांजलि दी ।
और श्रद्धांजलि देने के बाद कुछ देर खड़े होकर वाजपेयी के चेहरे को निहारते रहे।
गौर करने वाली बात है कि अटल बिहारी वाजपेयी के निधन से सबसे ज्यादा आहत आडवाणी दिखाई दिए।
अटल ने और आडवाणी ने मिलकर बीजेपी की नींव रखी थी
मालूम हो कि अटल ने और आडवाणी ने मिलकर बीजेपी की नींव रखी थी। इसी दौरान पीएम मोदी ने कहा कि अटल जी का पार्टी में योगदान कभी नहीं भुलाया जा सकेगा।राजनाथ सिंह भी बड़े ही भावुक मन से श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। उनके में जो भाव था मनों आशा की किरण बुझ गई हो और जाहिर सी बात है कि उन्होंने आज अपना राजनीतिक गुरु खो दिया है। जनाथ सिंह अटल बिहारी वाजपेयी के बेहद करीबी थे। एनडीए सरकार के दौरान कई वाजपेयी ने कई फैसले राजनाथ की सलाह लिए थे।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि देश वाजपेयी जी को कभी नहीं भुलेगा। सोनिया गांधी भी वाजपेयी को आखिरी विदाई देने के लिए कृष्णा मेनन मार्ग पर पहुंचीं थी।पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक श्रद्धांजलि देने पहुंचे।मालूम हो कि पटनायक गुरुवार सुबह एम्स भी पहुंचे थे।योग गुरु बाबा रामदेव ने भी पुष्प अर्पित कर वाजपेयी के पार्थिव शरीर को नमन किया।सुषमा स्वराज भी वाजपेयी के बेहद करीब थीं। श्रद्धांजलि देने के लिए कृष्णा मेनन मार्ग पर पहुंचीं
अटल बिहारी वाजपेयी को 11 जून 2018 को एम्स में भर्ती कराया गया था
आपको बता दें कि वाजपेयी को 11 जून 2018 को एम्स में भर्ती कराया गया था और डॉक्टरों की देख-रेख में पिछले 9 हफ्ते से उनकी हालत स्थिर थी।लेकिन पिछले 36 घंटों में हालत बिगड़ी और उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था। इन तमाम कोशिशों के बावजूद आखिर में आशा की किरण बुझ गई और सभी को एक सूत्र में पिरेने वानेता को देश ने खो दिया।
महेश कुमार यदुवंशी