लखनऊ। प्रदेश में होने वाले 2022 के विधानसभा चुनावों को लेकर सभी राजनैतिक पार्टियों ने कमर कस ली है। मार्च में होने वाले पंचायत चुनावों से ही 2022 की गणित बिठाई जा रही है। पंचायत चुनाव से ही 2022 की जमीन तैयार करने की कवायद शुरु है और यह बात सही भी है कि पंचायत चुनाव के परिणाम से 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों की मोटामाटी झलक दिख जाएगी। ऐसे में कोई भी पार्टी तैयारियों में काई कसर नहीं छोड़ना चाहेगी। एक तरफ बीजेपी के पास सत्ता बचाने की चुनौती है वहीं आम आदमी पार्टी ने में यूपी में सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। यूपी में चुनाव लड़ने का ऐलान दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने खुद किया था और अब आम आदमी पार्टी यूपी में जमीन तैयार करने में जुट गई है। इसी कड़ी में रविवार को भोजपुरी फिल्मों और टीवी सीरियल की अभिनेत्री पयास पंडित को संजय सिंह ने पार्टी ज्वाइन कराई।
‘आप’ कर रही पार्टी का विस्तार-
दरअसल उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन को लेकर आम आदमी पार्टी ने अपना एक सर्वे कराया था। और उसके मुताबिक, उसे उत्तर प्रदेश में कुल ऐसे 1950 ऐसे लोग मिले जिनमें पोटेंशियल है और अगर जो पार्टी के साथ जुड़े और चुनाव लड़े तो उसका फायदा पार्टी को मिल सकता है। इस सर्वे के बाद आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में खासतौर से उन चेहरों को अपने साथ जोड़ने की कवायद शुरू कर दी। अब तक 100 से ज्यादा लोगों को पार्टी जोड़ चुकी है।
आपको बता दें जनसंख्या के आधार पर देश का सबसे बड़ा राज्य उत्त्र प्रदेश है। 403 विधानसभा सीटों वाले उत्त्र प्रदेश में विपक्ष के पास खोने के लिए कुछ नहीं है। 2017 के विधानसभा चुनावों में 403 में से 325 सीटों पर जीतकर बीजेपी ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी। राज्य सभा के सदस्य और यूपी प्रभारी संजय सिंह ने रविवार को भोजपुरी सिनेमा और टीवी सीरियल भाभी जी घर पर हैं, पटियाला बेब्स और मेरे डैड की दुल्हन में काम करने वाली अभिनेत्री पयास पंडित को भी आम आदमी पार्टी की सदस्यता दिलाई।
इद दौरान संजय सिंह ने कहा कि लगातार आम आदमी पार्टी के साथ बुद्धिजीवी, रिटायर्ड आईएएस और बॉलीवुड के कलाकार जुड़ रहे हैं। इसके अलावा दूसरी पार्टियों के लोग भी आम आदमी पार्टी के साथ आ रहे हैं। वहीं, मुरादनगर की घटना को लेकर संजय सिंह ने एक बार फिर योगी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुरादनगर की घटना भ्रष्टाचार का उदाहरण है और उत्तर प्रदेश में जंगलराज की स्थिति है।