प्रतापगढ़: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में जहरीली शराब कांड का मामला सामने आने के बाद सरकार एक्शन में आ गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबंधित पुलिस अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
दोषी पाए जाने पर हुई कार्यवाही
जहरीली शराब के मामले उत्तर प्रदेश में खूब सामने आ रहे हैं। पिछले दिनों चित्रकूट में कई लोगों की मौत हो गई। इसके बाद छापेमारी करके कई जगहों पर भारी मात्रा में शराब बरामद की गई। प्रतापगढ़ में भी इससे जुड़ा मामला सामने आया। जिसमें पुलिस अधिकारियों की शराब माफिया के साथ गठजोड़ की खबर ने सबको चौंका दिया।
अपर मुख्य सचिव ने दी अधिक जानकारी
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने इस मामले में पूरी जानकारी दी। उन्होंने कार्यवाही का विवरण देते हुए बताया कि प्रतापगढ़ जिले के अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी दिनेश कुमार द्विवेदी एवं क्षेत्राधिकारी कुंडा जितेंद्र सिंह परिहार को निलंबित किया गया है।
इन पर विभागीय कार्यवाही किए जाने का निर्णय लिया गया है क्योंकि शराब माफिया से इनकी संलिप्तता पाई गई थी। इसके साथ ही पूरे मामले की जांच भ्रष्टाचार निवारण संगठन से भी करवाने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेगी।
बरामद हुई 12 करोड़ की शराब
दरअसल यह पूरा मामला प्रतापगढ़ में अवैध शराब फैक्ट्री से जुड़ा हुआ था, जहां 12 करोड़ की शराब बरामद की गई थी। इस पूरे मामले में पुलिस अधिकारी भी शराब माफिया के साथ जुड़े हुए थे। खबरों के अनुसार उन्हें उनका हिस्सा भी दिया जाता था।
पुलिस कर्मियों की साठ-गांठ से यह पूरा अवैध कारोबार चल रहा था, जिस पर एक बड़ा एक्शन लिया गया है। इस मामले के सामने आने के बाद कई अधिकारियों पर गाज गिरी है। जिनमें एएसपी दिनेश द्विवेदी, कुंडा सीओ जितेन्द्र सिंह परिहार, कोतवाल डीपी सिंह सहित आधा दर्जन अधिकारियों को निलंबित किया गया।